विशेषांक |
"अब्राह्मणी प्रबोधनाला पर्याय नाही" - प्रा. प्रतिमा परदेशी |
ऐसीअक्षरे |
78,018 |
80 |
विशेषांक |
मला बी प्रेम करू द्या की रं - आदित्य जोशी |
मस्त कलंदर |
68,385 |
85 |
विशेष |
चाळ नावाची गचाळ वस्ती |
मुग्धा कर्णिक |
94,802 |
87.5 |
विशेष |
तेरा ट्रेडीसनल अत्याचार |
३_१४ विक्षिप्त अदिती |
46,278 |
92 |
विशेष |
माझे घर नक्की कोणते? |
रुबिना पटेल |
35,767 |
70 |
विशेषांक |
एस्केपिंग महत्त्वाकांक्षा |
उत्पल |
38,010 |
95.7143 |
विशेषांक |
शिनुमा : श्री फारएण्डराये देखियले |
फारएण्ड |
47,150 |
96.6667 |
विशेषांक |
जी-८ रहस्यकथा (मीर बहादुर अली) : एक धावती ओळख |
धनंजय |
16,883 |
20 |
विशेषांक |
विषय सर्वथा...! (निमित्त : 'पु पु पिठातली उर्फ भाषाभीरूची गोष्ट') |
सतीश तांबे |
25,903 |
64 |
विशेषांक |
वाचकांचा अभिप्राय - आंबट-गोड |
राजेश घासकडवी |
21,008 |
|
विशेष |
तुम्ही कोण आहात? |
अस्वल |
28,032 |
100 |
विशेषांक |
सप्तशैय्या पॅटिस |
सई केसकर |
15,310 |
100 |
विशेष |
संप्राप्ते नैच्छकलहे : दर्शनविद्येला ध्वस्त करू पाहणारे प्रवाह |
राजीव साने |
22,625 |
100 |
विशेषांक |
ऋणनिर्देश |
ऐसीअक्षरे |
37,079 |
100 |
विशेषांक |
'मोदी हा संघाचा नाईलाज आहे!' - सुरेश द्वादशीवार |
कल्पना जोशी |
34,562 |
70.9091 |
विशेष |
पोस्ट ट्रुथ आणि उत्क्रांती |
राजेश घासकडवी |
23,227 |
|
विशेष |
तीन म्हाताऱ्या |
शहराजाद |
30,915 |
96.6667 |
विशेषांक |
मराठी नाटकांमधील अश्लीलता |
विसुनाना |
30,581 |
100 |
विशेषांक |
RRR च्या निमित्ताने : टेस्ट आणि ट्रॅश |
हृषिकेश आर्वीकर |
9,200 |
100 |
विशेषांक |
पांढरू |
३_१४ विक्षिप्त अदिती |
39,939 |
86.6667 |
विशेष |
मुंबापुरी खाबूगिरी |
१४टॅन |
30,589 |
90 |
विशेष |
दूरची दिवाळी |
देवदत्त |
21,121 |
60 |
विशेषांक |
'एक नंबर'ची गोष्ट |
३_१४ विक्षिप्त अदिती |
36,061 |
100 |
विशेषांक |
चॉकलेट पान, स्पार्क नोट्स आणि पॉर्नोग्राफी संबंधातील काही 'अ'ठोस मुद्दे |
धर्मकीर्ती सुमंत |
30,768 |
95 |
विशेषांक |
मुखपृष्ठाविषयी - ब्लो माय ट्रंपेट |
चिंतातुर जंतू |
18,690 |
60 |
विशेष |
करीमची सातवी चूक |
मिलिन्द |
25,332 |
100 |
विशेषांक |
बाळूगुप्ते |
राजेश घासकडवी |
32,704 |
91.4286 |
विशेष |
ब्रह्मघोटाळ्यात फास्टर फेणे |
आदूबाळ |
22,029 |
100 |
विशेष |
दोन शब्द |
ऐसीअक्षरे |
27,879 |
60 |
विशेष |
मराठी चित्रपटसृष्टी प्रगल्भ झाली आहे म्हणे... |
परिकथेतील राजकुमार |
30,092 |
80 |
विशेषांक |
अॅडम आणि इव्ह |
अवलक्षणी |
26,450 |
82.2222 |
विशेष |
कलानुभवाचं संक्षिप्तीकरण/विखंडीकरण |
राजेश घासकडवी |
28,637 |
100 |
विशेष |
तऱ्हेवाईक नातेवाईक |
.शुचि |
20,979 |
46.6667 |
विशेष |
जेव्हा नाटक संगीतकाचं रूप घेतं (तीन पैशांचा तमाशा - ४० वर्षांपूर्वी) - चंद्रकांत काळे |
अबापट |
25,308 |
80 |
विशेषांक |
माळीणबाईंचे प्रेमगीत |
रुची |
17,761 |
73.3333 |
विशेषांक |
चंगळवाद : त्यात दडलेले सौंदर्य आणि राजकारण |
उज्ज्वला |
12,279 |
80 |
विशेष |
भारतीय पुरुषांचा कुरूपपणा - मुकुल केसवन |
राजन बापट |
23,435 |
46.6667 |
विशेष |
आरशात बघताना |
सई केसकर |
16,673 |
100 |
विशेष |
कश्मिरीयत – एका संकल्पनेचा अस्त |
ऐसीअक्षरे |
11,829 |
|
विशेष |
स्वच्छंदी कोशातलं स्वप्नमय जग : टिळकोत्तर काळातल्या महाराष्ट्रीय पुरोगामित्वाबद्दल काही नोंदी |
राहुल सरवटे |
15,071 |
100 |
विशेष |
एथिकल पॉर्न |
शिरीन.म्हाडेश्वर |
19,738 |
20 |
विशेष |
फुरसुंगीचा फास्टर फेणे आणि फास्टर फेणेची फुरसुंगी |
केतकी आकडे |
20,360 |
92 |
विशेष |
मेंदूतला विनोद |
तिरशिंगराव |
23,790 |
80 |
विशेष |
माझा कपडे धुण्याचा छंद |
शशिकांत सावंत |
21,203 |
96 |
विशेषांक |
न्यूरॉन - कुत्रं नव्हे, मित्र |
राजेश घासकडवी |
27,689 |
72 |
विशेष |
उर्मिलाच खुनी आहे! |
आदूबाळ |
19,717 |
90 |
विशेषांक |
अक्षरांचे संख्याशास्त्र आणि मराठीची तदानुषंगिक थट्टा |
जयदीप चिपलकट्टी |
23,198 |
86.6667 |
विशेष |
विकल्पतरू |
धनंजय |
25,880 |
80 |
विशेषांक |
चळवळ : व्यक्ती आणि समष्टी |
मुग्धा कर्णिक |
21,987 |
74.2857 |
विशेषांक |
... ऊर्फ सुगरणीचा सल्ला: फराळ आणि मी |
मेघना भुस्कुटे |
30,003 |
89.0909 |
विशेष |
अर्थांच्या विविध शक्यता शोधताना - शुभा गोखलेंशी संवाद |
ऐसीअक्षरे |
25,642 |
80 |
विशेष |
नात्यांचा जनुकीय पाया |
राजेश घासकडवी |
23,135 |
100 |
विशेष |
कुलुंगी कुत्र्याला मारहाण होते त्याची गोष्ट |
आदूबाळ |
24,840 |
84.4444 |
विशेष |
जागतिकीकरणामुळे मुळं तुटायची गरज नाही - प्राची दुबळे यांची मुलाखत |
दिलतितली |
15,935 |
100 |
विशेषांक |
पदराआडचा वात्स्यायन |
रुची |
30,756 |
100 |
विशेष |
दुसरा सिनेमा |
अवधूत परळकर |
25,337 |
70 |
विशेष |
जाहिराती |
अंडानी प्रा. लि. |
14,932 |
75 |
विशेषांक |
मिनिमॅलिझमचं एक वैयक्तिक स्त्रीवादी परीक्षण |
फूलनामशिरोमणी |
19,866 |
85.4545 |
विशेष |
बीजेपी भगाओ - कसं आणि का? |
सुहास पळशीकर |
18,488 |
60 |
विशेषांक |
लाकूडतोड्याची गोष्ट |
संजीव खांडेकर |
28,658 |
70.6667 |
विशेष |
जुनी मैत्री |
गणेश मतकरी |
22,364 |
80 |
विशेष |
आसाममधील नागरिकत्वाचं संकट |
आरती रानडे |
10,561 |
|
विशेषांक |
जलपर्णीच्या नशिबाचा तिसरा फेरा : नागिनधुरळा |
आदूबाळ |
15,000 |
93.3333 |
विशेष |
किरण नगरकर मुलाखत : भाग २ । मिथकं आणि समकालीन वास्तव |
ऐसीअक्षरे |
17,128 |
100 |
विशेषांक |
फाल्को पेरेग्रायनस |
आदूबाळ |
9,437 |
80 |
विशेषांक |
पॉर्नोग्राफी - एक भयानक व्यसन |
गोपाळ आजगावकर |
30,587 |
|
विशेषांक |
गरज ही शोधाची जननी : आधुनिक वैद्यक संशोधनाचा संक्षिप्त आढावा |
अबापट |
10,690 |
100 |
विशेषांक |
जलपर्णीच्या नशिबाचा पहिला फेरा : सुदान चैनीज |
आदूबाळ |
16,009 |
100 |
विशेषांक |
चळवळी यशस्वी का होतात, का फसतात? |
आनंद करंदीकर |
21,328 |
95.5556 |
विशेष |
फास्टर फेणे रिटर्न्स – फेसबुकवरून ब्लॅकमेलिंग! |
फ्रेंक उर्फ फ्र... |
17,967 |
80 |
विशेष |
मराठेशाहीची सातासमुद्रापार मुत्सद्देगिरी |
बॅटमॅन |
19,926 |
100 |
विशेष |
नंदा खरे, "उद्या" |
रोचना |
25,035 |
88 |
विशेष |
चित्राला नावं ठेवा |
अमुक |
16,587 |
70 |
विशेषांक |
क्विअर डेटिंग ॲप्स - एक 'Indian' क्रांती? |
अनिकेत गुळवणी |
11,855 |
100 |
विशेष |
गेंझट |
आदूबाळ |
15,240 |
100 |
विशेषांक |
अपग्रेड प्रेम |
वंकू कुमार |
27,321 |
85 |
विशेषांक |
पुरुषत्वाचा लैंगिक मसुदा - अर्ध्या वाटेवरचे विचार |
उत्पल |
20,489 |
80 |
विशेष |
बदलती भाषा - कुठून आणि कुठे? |
हेमंत कर्णिक |
12,714 |
100 |
विशेषांक |
कचरा vs उच्चभ्रू : केस नं. ९२११ |
अस्वल |
7,502 |
100 |
विशेष |
पारंपरिक पूर्णब्रह्म - आशिष नंदी |
ऐसीअक्षरे |
16,247 |
30 |
विशेषांक |
जलपर्णीच्या नशिबाचा साडेतिसरा फेरा : औट - द म्युझिकल |
आदूबाळ |
15,000 |
100 |
विशेष |
फोटोफीचर - मिरजेतले सतारमेकर्स |
इंद्रजित खांबे |
19,458 |
100 |
विशेष |
Untitled पहिला खर्डा |
वैभव आबनावे |
21,168 |
100 |
विशेषांक |
र. धों. कर्वे आणि 'वंडर वूमन' |
अनिरुद्ध गोपाळ ... |
14,583 |
100 |
विशेष |
संपादकीय - सत्याची (असली-नसलेली) चड्डी |
चिंतातुर जंतू |
16,334 |
60 |
विशेष |
कहाणी आपल्या 'रुपया'ची... भाग - १ |
शैलेन |
26,809 |
100 |
विशेषांक |
दोनशे त्रेसष्ठ |
आदूबाळ |
20,941 |
91.4286 |
विशेषांक |
मॅडमजीके सेक्सी कारनामे |
बं भा कटकोळ |
6,295 |
95 |
विशेष |
'कामसूत्रा'मधून दिसणारा वात्स्यायनकालीन भारतीय सुखवस्तु समाज |
अरविंद कोल्हटकर |
25,638 |
90 |
विशेष |
कला: एक अकलात्मक चिंतन |
उत्पल |
22,284 |
98.1818 |
विशेषांक |
टची गोष्ट |
प्रणव सखदेव |
17,637 |
|
विशेष |
गढवालचा राजा फतेशाह (१६६५ – १७१५) आणि शिवाजी : एक दृष्टिक्षेप |
शैलेन |
16,413 |
100 |
विशेषांक |
आजचं सपाट जग आणि भारतीय सिनेमा |
चिंतातुर जंतू |
19,860 |
75 |
विशेष |
खेळ |
नीधप |
21,130 |
82.5 |
विशेष |
ऋणनिर्देश : खुप भयानक आहे. |
ऐसीअक्षरे |
9,655 |
80 |
विशेष |
पक्षीनिरीक्षण - बाळगावा असा छंद |
Nile |
9,481 |
100 |
विशेषांक |
कामशिल्पे |
ऐसीअक्षरे-संपादक |
18,186 |
100 |
विशेषांक |
मिस्टर ब्रुईन आणि कोऽहमचे सवाल |
आदूबाळ |
5,663 |
100 |
विशेषांक |
चळवळी : अशाश्वतांच्या तलवारी |
राजेश घासकडवी |
16,629 |
85 |
विशेष |
संपादकीय |
ऐसीअक्षरे |
14,848 |
86.6667 |
विशेषांक |
व्हर्चुअल मयतरीची फेसाळ चळवळ |
उसंत सखू |
16,058 |
74.2857 |
विशेष |
डॉ. रखमाबाई - एक दीपशिखा |
मस्त कलंदर |
25,442 |
90 |
विशेषांक |
विषय (कादंबरीचा) |
- |
19,140 |
95 |
विशेष |
आवधूऽत चिंतन श्री गुर्देव दत्त |
राजन बापट |
23,610 |
85 |
विशेषांक |
पॉर्न, मी आणि समाज |
आनंद करंदीकर |
20,293 |
100 |
विशेष |
बाबरी ते दादरी... |
प्रकाश अकोलकर |
10,186 |
65 |
विशेषांक |
गुलाबी हत्ती पाळणारी स्त्री |
जुई |
8,797 |
60 |
विशेष |
नव्वदोतरी संकल्पनेबद्दल |
चिंतातुर जंतू |
10,067 |
60 |
विशेषांक |
जेवणं : एक आद्य शत्रू |
अस्वल |
16,106 |
83.6364 |
विशेष |
रसगुल्ल्याचा हैदोसधुल्ला आणि हुम्मुसची धुसफूस |
बॅटमॅन |
14,741 |
90 |
विशेषांक |
देखो मगर प्यार से! |
मेघना भुस्कुटे |
15,674 |
95 |
विशेषांक |
थिअरी आणि प्रॅक्टिकल |
जयदीप चिपलकट्टी |
15,081 |
100 |
विशेषांक |
दैत्यपटांतील रूपके |
अमोल |
18,105 |
96.6667 |
विशेष |
मन्या जोशीच्या कविता |
मन्या जोशी |
13,248 |
40 |
विशेष |
पासष्टाव्या कलेच्या विळख्यात |
उसंत सखू |
18,513 |
76 |
विशेषांक |
अमेरिकेतील चळवळी : धागे उभे-आडवे, आडवे-तिडवे |
धनंजय |
17,331 |
96 |
विशेष |
डोळे भरून |
नील |
11,135 |
|
विशेषांक |
मूल्य आणि किंमत |
नितिन थत्ते |
20,129 |
80 |
विशेषांक |
चहा-बिस्किटाची प्रेमकहाणी |
प्रभाकर नानावटी |
2,699 |
|
विशेष |
अल्बाट्रॉस सँडविच |
जयदीप चिपलकट्टी |
11,643 |
84.4444 |
विशेषांक |
यम-यमी संवाद |
ऐसीअक्षरे-संपादक |
18,362 |
60 |
विशेषांक |
M-Pesa - आफ्रिकन खंडातील Fintech |
kulpre |
2,244 |
|
विशेषांक |
स्मरणकळा! |
उत्पल |
17,795 |
90 |
विशेषांक |
माझं पॉर्नचं व्यसन |
आभास |
9,487 |
|
विशेष |
चौसष्ट्तेरा |
जयदीप चिपलकट्टी |
17,180 |
100 |
विशेषांक |
बाईपणाचे शौकीन संदर्भ |
मेघना भुस्कुटे |
18,653 |
96.6667 |
विशेष |
प्रधानांचं घर |
भ्रमर |
13,018 |
100 |
विशेषांक |
प्रयोग-परिवार, एक प्रयोगशील चळवळ |
रुची |
20,220 |
75 |
विशेष |
काव्यातली सृष्टी |
धनंजय |
17,776 |
93.3333 |
विशेष |
'ओळख' नावाचा बुडबुडा |
अमृता प्रधान |
8,684 |
|
विशेषांक |
अजब खटला - गी द मोपासां |
ऐसीअक्षरे-संपादक |
9,918 |
70 |
विशेष |
भाषासंसर्ग: भूषण, दूषण, राजकारण |
चार्वी |
9,957 |
100 |
विशेषांक |
सामसूम एक वाट |
धनंजय |
22,414 |
84 |
विशेष |
कार्ल मार्क्स@२०० |
नंदा खरे |
15,367 |
80 |
विशेष |
'Panini': भाषाशास्त्रज्ञ की सॅन्डविच? |
वरदा कोल्हटकर |
12,227 |
|
विशेषांक |
पॅरिसच्या (स्वातंत्र्य)देवता |
चिंतातुर जंतू |
13,526 |
95 |
विशेषांक |
भारतीय संविधानाच्या ठिगळांचा शतकी इतिहास |
अजित गोगटे |
4,890 |
|
विशेष |
उस्ताद बहाउद्दीन डागर यांच्याशी संवाद |
ऐसीअक्षरे |
10,222 |
70 |
विशेषांक |
आय. आय. टी.त गणित शिकवताना (गणिताच्या निमित्ताने – भाग १२) |
बालमोहन लिमये |
8,944 |
60 |
विशेषांक |
मी नाही त्यांतला... |
मासा |
11,196 |
40 |
विशेषांक |
ज्ञातिनग्न |
गवि |
7,482 |
60 |
विशेष |
कलाजाणिवेच्या नावानं... |
शर्मिला फडके |
18,634 |
66.6667 |
विशेषांक |
दाक्षिणात्य चित्रपटांचं 'सौंदर्यशास्त्र' |
विषारी वडापाव |
18,711 |
100 |
विशेष |
काही शब्द, थोड्या रेषा: भारांचे काही मानसपुत्र (आणि कन्या) |
'भारा'वलेले |
12,584 |
100 |
विशेष |
आधुनिक कविता अवघड का असते? |
मिलिन्द |
9,565 |
75 |
विशेषांक |
“कामगारांचं हित कामगार चळवळीने पाहिलं नाही.” - राजीव सानेंची मुलाखत |
प्रकाश घाटपांडे |
17,503 |
85 |
विशेषांक |
चळवळ (सदाशिव पेठी) |
परिकथेतील राजकुमार |
15,621 |
53.3333 |
विशेष |
आय क्यू पंक्चरलेली बाहुली!! |
उसंत सखू |
18,388 |
50 |
विशेषांक |
जन मार्मिक व्हावा... |
मेघना भुस्कुटे |
16,191 |
100 |
विशेषांक |
मी चोरलेलं पुस्तक |
प्रकाश घाटपांडे |
6,945 |
90 |
विशेष |
UnInc : भारतीय दृष्टिकोनातून अर्थव्यवस्थेचं आकलन |
अनुप ढेरे |
6,277 |
80 |
विशेष |
संपादकीय - नका गडे सारखंसारखं सिरीयस घेऊ!!! |
चिंतातुर जंतू |
10,965 |
80 |
विशेष |
Somehow I want to die |
जुई |
17,216 |
60 |
विशेषांक |
रवांडामधील वंशसंहार |
उज्ज्वला |
2,355 |
|
विशेष |
’विभक्ती’चे प्रत्यय आणि सापेक्ष सुरक्षिततेचे सिद्धान्त |
रुची |
13,385 |
98 |
विशेष |
"रानी कुठून आलो? गाऊन काय गेलो?" |
'भारा'वलेले |
12,566 |
100 |
विशेष |
म्हाताऱ्याची गन्नम स्टाईल! |
पंकज भोसले |
18,737 |
76 |
विशेषांक |
साखर उद्योग आणि आफ्रिका |
सई केसकर |
3,054 |
100 |
विशेषांक |
कूपमंडुक |
झंपुराव तंबुवाले |
16,660 |
56 |
विशेष |
किरण नगरकर मुलाखत : भाग १ । जडणघडणीविषयी |
ऐसीअक्षरे |
15,823 |
100 |
विशेष |
काळीजमाया |
सन्जोप राव |
12,656 |
85 |
विशेष |
साता समुद्रापारची पुस्तकावळ |
ऋग्वेदिता पारख |
11,106 |
80 |
विशेष |
सतीश तांबे, एक बातचीत : "करमण्यातून कळण्याकडे" |
ऐसीअक्षरे |
16,356 |
90 |
विशेष |
गोष्टीच्या गोष्टीची गोष्ट |
मेघना भुस्कुटे |
14,902 |
84 |
विशेष |
चुका (केल्यावर) होतच राहणार! |
प्रभाकर नानावटी |
12,688 |
75 |
विशेषांक |
गजरा |
सोकाजीरावत्रिलोकेकर |
19,160 |
60 |
विशेषांक |
प्रश्न उरतो इच्छाशक्तीचा |
नंदा खरे |
11,693 |
80 |
विशेष |
बहात्तरच्या दुष्काळानंतरची ग्रामीण खाद्यसंस्कृती |
शाहू पाटोळे |
13,952 |
100 |
विशेष |
चिकित्सावृत्ती : श्रद्धा कुंभोजकर |
ऐसीअक्षरे |
7,969 |
100 |
विशेष |
लाटांवर लाटा |
कुमार केतकर |
9,616 |
20 |
विशेषांक |
सिंधुआज्जी आणि टारझनचे पशू |
देवदत्त |
2,237 |
100 |
विशेष |
अण्णा |
दाह |
13,569 |
86.6667 |
विशेषांक |
'क्रमांक एकचा प्रयत्न मराठी माणसाने केला नाही.' - गिरीश कुबेर |
ऐसीअक्षरे |
13,377 |
74.2857 |
विशेषांक |
मेंदू आणि पॉर्न |
सुबोध जावडेकर |
15,270 |
100 |
विशेषांक |
जलपर्णीच्या नशिबाचा दुसरा फेरा : नेटके का इंतकाम |
आदूबाळ |
10,198 |
96 |
विशेषांक |
बब्राबभ्राबभ्रा... |
पंकज भोसले |
18,630 |
90 |
विशेष |
'ह्या' लेखाने होईल तुमची दिवाळी साजरी! |
३_१४ विक्षिप्त अदिती |
7,132 |
|
विशेषांक |
त्या दोघींचा आत्मसन्मानाचा लढा! |
मुकुंद कुळे |
10,488 |
86.6667 |
विशेष |
राष्ट्रवादावर भिकाजी जोशी (आधारित) |
आदूबाळ |
6,139 |
100 |
विशेष |
कुटुंबातले भारा - भाग १ |
'भारा'वलेले |
11,478 |
100 |
विशेष |
ब्लॅक मिरर |
मस्त कलंदर |
8,989 |
100 |
विशेष |
अर्थ काय बेंबीचा |
मुग्धा कर्णिक |
15,023 |
72 |
विशेषांक |
आपली आधुनिकता - पार्थ चटर्जी |
धनुष |
16,569 |
90 |
विशेषांक |
आत्याचा सल्ला |
३_१४ विक्षिप्त अदिती |
4,150 |
|
विशेष |
तमिळनाडूची 'अम्मा' (आणि अम्माचा तमिळनाडू) |
प्रभाकर नानावटी |
7,196 |
80 |
विशेष |
डोक्यात जाणारी व्यक्तिमत्त्वं आणि प्रवृत्ती |
परिकथेतील राजकुमार |
10,880 |
|
विशेष |
अरुण खोपकर, कलाव्यवहार आणि आपण |
चिंतातुर जंतू |
15,019 |
100 |
विशेषांक |
मल्लिकाचा किस |
प्रणव सखदेव |
18,757 |
37.5 |
विशेषांक |
चंदूची शिकवणी |
ऋषिकेश |
10,477 |
80 |
विशेष |
१८६४ चा शेअर मॅनिया, बँक ऑफ बाँबे आणि प्रेमचंद रायचंद |
अरविंद कोल्हटकर |
14,474 |
90 |
विशेष |
आपलं कामजीवन |
उत्पल |
12,635 |
80 |
विशेष |
वॉकमन |
सचिन कुंडलकर |
10,743 |
86.6667 |
विशेष |
भारतीयांमधले हृदयविकार : गोषवारा आणि प्रतिबंधक उपाय |
मिलिन्द् पद्की |
11,552 |
85 |
विशेष |
घरटं |
स्वाती भट गानू |
8,247 |
|
विशेषांक |
"प्रत्येक व्यक्तीची गरज सौंदर्यानुभवाची असेल असं नाही..." |
कविता महाजन |
15,708 |
80 |
विशेष |
भा. रा. भागवत यांचे भाराभर आभार |
जयंत नारळीकर |
10,450 |
80 |
विशेष |
सिस्टर मरिया, स्कार्लेट ओ'हॅरा आणि एलायझा डूलिट्ल |
मनीषा |
13,543 |
76 |
विशेष |
अठ्ठी |
नंदा खरे |
8,944 |
100 |
विशेष |
शून्य दिवसानंतर आठ वर्षं दहा महिने आणि एकोणतीस दिवसांनी |
राजेश घासकडवी |
7,747 |
80 |
विशेष |
फीडबॅक |
ऐसीअक्षरे |
7,171 |
|
विशेष |
शिवचरित्राचा महाराष्ट्राबाहेरील प्रसार: एक आढावा |
बॅटमॅन |
8,006 |
100 |
विशेषांक |
सरलं दळण... |
मस्त कलंदर |
16,757 |
80 |
विशेषांक |
अलक्ष्मी देवीची कथा |
जुई |
18,669 |
68.5714 |
विशेष |
डब्लिनर |
रुची |
13,783 |
66.6667 |
विशेषांक |
लेखनः बाहेर आणि आत |
आतिवास |
16,368 |
80 |
विशेषांक |
दाकाराई सुमन ओकोये |
शिरीन.म्हाडेश्वर |
3,246 |
80 |
विशेषांक |
सर्वेक्षणातून काय दिसलं : पॉर्न बघण्याबद्दल लोकांची मतंमतांतरं |
३_१४ विक्षिप्त अदिती |
10,474 |
75 |
विशेष |
लोकशाही राज्यपद्धतीचे फायदे व तोटे |
जयदीप चिपलकट्टी |
24,488 |
100 |
विशेषांक |
जलपर्णीच्या नशिबाचे साडेतीन फेरे - उपोद्घात |
आदूबाळ |
13,974 |
80 |
विशेष |
प्लॅन के मुताबिक… |
अस्वल |
6,694 |
|
विशेष |
कुल्कर्ण्यांचा सिनेमा |
प्रविण अक्कानवरू |
11,551 |
100 |
विशेष |
सातशे (वाचण्यासाठीचे एक नाटक) - अंक पहिला |
जयदीप चिपलकट्टी |
9,466 |
100 |
विशेष |
वैज्ञानिक साक्षरता ही नक्की कोणाची जबाबदारी: सरकारची, वैज्ञानिकांची की समाजाची? |
रोहिणी करंदीकर |
9,772 |
80 |
विशेष |
वाढता वाढता वाढे |
सामो |
5,545 |
|
विशेष |
समांतर विश्वांत पक्की |
प्रभुदेसाई |
9,742 |
|
विशेषांक |
पुरुष: एक वाट चुकलेला मित्र |
अवधूत परळकर |
14,327 |
80 |
विशेष |
कुटुंबातले भारा - भाग २ |
'भारा'वलेले |
9,157 |
100 |
विशेषांक |
ऐसी मिष्टान्ने रसिके ... |
अस्वल |
14,020 |
88.5714 |
विशेषांक |
कॉफी पुराण |
प्रभाकर नानावटी |
5,784 |
|
विशेष |
भा. रा. भागवत - साहित्यसूची |
सौ. नीला धडफळे |
11,638 |
90 |
विशेषांक |
चौकट |
चीजपफ |
12,973 |
90 |
विशेषांक |
कवि बिल्हणकृत 'चौरपञ्चाशिका' |
अरविंद कोल्हटकर |
8,378 |
100 |
विशेष |
पुढे पाठ मागे सपाट |
नंदा खरे |
10,718 |
100 |
विशेषांक |
बुद्धिबळं |
जयदीप चिपलकट्टी |
12,107 |
80 |
विशेषांक |
ऋणनिर्देश |
ऐसीअक्षरे |
1,419 |
|
विशेषांक |
ऋणनिर्देश |
ऐसीअक्षरे |
3,352 |
80 |
विशेष |
डॉ. स्यूस : सगळ्या वयांच्या मुलांसाठी बालसाहित्य |
भटकभवानी |
9,865 |
100 |
विशेषांक |
माझा प्रवास - आणखी काही उतारे |
ऐसीअक्षरे-संपादक |
11,894 |
|
विशेषांक |
कुमार सानू के हिट नगमें... तथा पल्प ऑफ नाईन्टी फोर |
पंकज भोसले |
6,750 |
40 |
विशेष |
एनाराय व्हायचंय का तुम्हाला? |
सृजन |
9,919 |
46.6667 |
विशेष |
संपादकीय : राष्ट्रवादळ, आताच का? |
चिंतातुर जंतू |
5,278 |
100 |
विशेषांक |
धाकट्या मामाच्या बारा गोष्टी - माधुरी पुरंदरे |
ऐसीअक्षरे |
3,589 |
100 |
विशेषांक |
तिसरा दिवस, दहावी गोष्ट |
जयदीप चिपलकट्टी |
8,280 |
80 |
विशेष |
(Y) |
सतीश तांबे |
15,209 |
93.3333 |
विशेषांक |
विष्णुध्वज नावाचा लोहस्तंभ |
अरविंद कोल्हटकर |
12,547 |
90 |
विशेषांक |
मराठी भाषेची आधुनिकता – काही टिपणं |
चिन्मय धारूरकर |
6,024 |
100 |
विशेषांक |
'शिस'पेन्सिलीची कुळकथा |
प्रभाकर नानावटी |
14,280 |
80 |
विशेष |
अकलेचे कांदे |
प्रसाद ख़ां |
9,686 |
100 |
विशेष |
डावलच्या स्वप्नांत पतंगी! |
पंकज भोसले |
15,885 |
86.6667 |
विशेष |
नवी गाणी नवा बाज |
मुकुंद कुळे |
7,277 |
70 |
विशेष |
बाधा |
सन्जोप राव |
10,189 |
100 |
विशेष |
ब्रॅण्ड अॅम्बॅसेडर |
ए ए वाघमारे |
7,342 |
80 |
विशेष |
नळ जातो तेव्हा |
ज्युनियर ब्रह्मे |
8,282 |
86.6667 |
विशेष |
परीक्षा |
म्रिन |
7,054 |
100 |
विशेष |
ऋणनिर्देश |
ऐसीअक्षरे |
7,305 |
80 |
विशेषांक |
फिक्शन अॅन्ड रिअॅलिटी - ताज्या पिढीचं मनोगत |
निहार सप्रे |
9,339 |
86.6667 |
विशेष |
चूक की बरोबर |
उज्ज्वला |
10,396 |
40 |
विशेषांक |
ग्रंथोपजीविये लोकी इये |
शशिकांत सावंत |
12,195 |
72 |
विशेष |
वळीव! |
अभयसिंह जाधव |
5,534 |
100 |
विशेषांक |
अजिंक्य दर्शनेच्या कविता |
अजिंक्य |
6,595 |
40 |
विशेष |
मी आणि नाविक चिरतरुणी |
Anand More |
11,292 |
60 |
विशेष |
माझं आणि फाफेचं नातं अजून संपलेलं नाही |
सुमीत राघवन |
8,112 |
80 |
विशेषांक |
खिळे |
श्रावण मोडक |
10,987 |
100 |
विशेषांक |
स्ट्रिप-क्लबात निळोबा |
Nile |
8,960 |
86.6667 |
विशेष |
. . . आणि अडगळीत गेले गाडगीळ |
अवधूत परळकर |
8,806 |
40 |
विशेषांक |
स्वामी समर्थ आहेत |
जुई |
11,349 |
70 |
विशेषांक |
पेठा |
गणपा |
14,532 |
80 |
विशेष |
फोटोग्राफी सोडलेल्या लेखकाबद्दल |
- |
15,269 |
100 |
विशेष |
गोलागमध्ये गोडबोले : तीन । नाख्त द लांगेन मेसं |
आदूबाळ |
6,920 |
|
विशेष |
बाल'मित्र'! |
सुबोध जावडेकर |
9,161 |
100 |
विशेषांक |
तनाचे श्लोक |
उसंत सखू |
9,136 |
40 |
विशेष |
व्यंगचित्र |
ऐसीअक्षरे |
7,837 |
100 |
विशेषांक |
बनारस – विविध काळांत एकाच वेळी जगणारं शहर |
इंद्रजित खांबे |
5,145 |
100 |
विशेष |
माझा परिसर, माझा कलाव्यवहार |
सचिन कुंडलकर |
11,479 |
86.6667 |
विशेष |
भाषा आणि राष्ट्रवाद व्हाया गोवा |
कौस्तुभ नाईक |
5,752 |
|
विशेष |
संपादकीय |
ऐसीअक्षरे |
8,541 |
|
विशेषांक |
“दु:खाचा पाऊस जेव्हा घनघोर बरसला होता" |
मिलिंद |
5,105 |
86.6667 |
विशेष |
ऋणनिर्देश |
ऐसीअक्षरे |
9,419 |
|
विशेषांक |
असभ्य |
जयदीप चिपलकट्टी |
9,582 |
|
विशेष |
त्रेमिती द्वीपे - ठिपक्यांच्या झाल्या आठवणी |
ऋता |
10,176 |
73.3333 |
विशेष |
"शांत बसणं हीसुद्धा माझी गरज आहे." |
३_१४ विक्षिप्त अदिती |
7,484 |
100 |
विशेष |
विरक्तरसाची मात्रा |
सर्व_संचारी |
10,184 |
64 |
विशेष |
गोरख आया! (पुस्तकात नसलेली 'फाफे'कथा) |
'भारा'वलेले |
8,478 |
80 |
विशेषांक |
ननैतिक प्रश्न आणि माझे फ्रॉयडियन सोहळे |
प्रियांका तुपे |
5,288 |
20 |
विशेष |
बोक्याचे बाबा आणि रॉबिन हुड |
दिलीप प्रभावळकर |
8,712 |
100 |
विशेषांक |
खूप सारा पसारा |
आरती रानडे |
7,587 |
60 |
विशेष |
भूमिकेतल्या आयांच्या गोष्टी |
कविता महाजन |
15,834 |
80 |
विशेष |
हमारी याद आयेगी! |
प्रभाकर नानावटी |
13,253 |
80 |
विशेषांक |
कुठे नेऊन ठेवली सामाजिक जाणीव? |
हेमंत कर्णिक |
10,310 |
73.3333 |
विशेष |
पुणें भोजनगृह |
चिन्मय दामले |
13,336 |
100 |
विशेष |
द 'कल्चर' मस्ट गो ऑन |
आरती रानडे |
10,416 |
93.3333 |
विशेषांक |
उड उड रे काऊ। पुन्हा नको मज शिवू॥ |
३_१४ विक्षिप्त अदिती |
2,773 |
100 |
विशेष |
प्रेम - दोन कविता |
सुवर्णमयी |
9,331 |
80 |
विशेष |
भारा - मराठी 'व्हर्नीश' वाचकांचे लाडके अनुवादक |
ऋषिकेश |
9,689 |
90 |
विशेष |
इतिहासातील विनोद |
शैलेन |
11,796 |
100 |
विशेष |
कोलकात्यातले निर्वासित - भाग १ |
३_१४ विक्षिप्त अदिती |
8,241 |
|
विशेषांक |
इसासून : नायजेरियन खाद्यसंस्कृती |
रुची |
2,644 |
100 |
विशेष |
तमिळनेट.कॉम: लोकप्रिय मानववंशशास्त्र, राष्ट्रवाद व आंतरजाल यांबाबत काही विचार |
उज्ज्वला |
4,723 |
|
विशेषांक |
ऋणनिर्देश |
ऐसीअक्षरे |
3,794 |
|
विशेष |
राष्ट्रवाद : अस्सल आणि बेगडी - आशिष नंदी |
उज्ज्वला |
5,411 |
100 |
विशेषांक |
पदार्थविज्ञान आणि मानवी संस्कृतीचा उत्कर्ष |
प्रविण देशपांडे |
3,142 |
80 |
विशेष |
ॲस्टेरिक्स-ओबेलिक्स गोतावळ्याच्या अभूतपूर्व जगात |
प्रभाकर नानावटी |
5,027 |
90 |
विशेषांक |
नांगी गळू लागलेले फुलपाखरू |
संजीव खांडेकर |
14,044 |
80 |
विशेष |
खोट्या जगातले खरे लोक |
अस्वल |
6,540 |
90 |
विशेष |
'माझा(पण) बेहद्द नाममात्र घोडा' |
हेमंत गोविंद जोगळेकर |
8,088 |
20 |
विशेषांक |
एक जानेवारी एकनंतर… |
विजय तांबे |
3,395 |
100 |
विशेषांक |
निळ्या सिनेमाची उत्क्रांती |
लक्ष्मीकांत बोंगाळे |
7,466 |
100 |
विशेष |
व्यंगचित्रे |
राजेश घासकडवी |
6,358 |
70 |
विशेष |
Power - Audrey Lord |
फूलनामशिरोमणी |
4,365 |
100 |
विशेष |
फाफे आणि सोविएत सद्दी |
देवदत्त |
9,789 |
80 |
विशेष |
इदं न मम! |
अमृतवल्ली |
10,324 |
100 |
विशेष |
विचार |
जयदीप चिपलकट्टी |
7,040 |
100 |
विशेष |
'सिनेमाची भाषा' – प्रा. समर नखाते (भाग १) |
ऐसीअक्षरे |
10,155 |
|
विशेषांक |
अभिवाचन - बरेच काही उगवून आलेले |
ऋषिकेश |
10,035 |
|
विशेष |
अर्थनिर्णयनाच्या विरोधात |
मिलिंद |
9,955 |
|
विशेष |
"सरसकट उपरे असल्याची भावना पकड घेत गेली" - राही अनिल बर्वे |
चिंतातुर जंतू |
12,357 |
80 |
विशेषांक |
जेम्स प्रिन्सेप आणि ब्राह्मी लिपीचा शोध |
अरविंद कोल्हटकर |
16,505 |
100 |
विशेष |
नॉनव्हेज् जोक |
संतोष गुजर |
11,176 |
20 |
विशेषांक |
लायबेरिया आणि तीन आंधळे |
नंदन |
1,179 |
|
विशेषांक |
देवांकडून देवांकडे |
अभिरूची |
3,127 |
80 |
विशेष |
भारा: अेक स्मरणरंजन |
निरंजन घाटे |
10,388 |
100 |
विशेषांक |
यमांत |
झंपुराव तंबुवाले |
2,892 |
|
विशेष |
रॅबिलेच्या पायावर उभा भागवती प्रासाद |
हेमंत कर्णिक |
7,312 |
60 |
विशेष |
फोटोत पहिल्यांदाच हसले त्याची गोष्ट |
मंदार पुरंदरे |
5,288 |
80 |
विशेषांक |
यत्र यत्र बात्रा तत्र तत्र हनी सिंग! |
श्रीरंजन आवटे |
10,925 |
44 |
विशेष |
कादंबरी विरोध आणि द्वेषावर उभी राहते. |
जी. के. ऐनापुरे |
6,531 |
50 |
विशेषांक |
लायबेरियातल्या यादवीचा संक्षिप्त इतिहास |
अबापट |
1,337 |
100 |
विशेषांक |
मृद्गंध |
... |
12,421 |
73.3333 |
विशेष |
आधार नको |
स्नेहदर्शन |
10,727 |
65 |
विशेष |
'ती' |
अभिरूची |
5,780 |
|
विशेषांक |
बदलती माध्यमे आणि निवडणूका |
ऋषिकेश |
13,098 |
80 |
विशेष |
कविता |
अनिरुध्द अभ्यंकर |
7,918 |
70 |
विशेषांक |
संपादकीय : आफ्रिका खंड: इतिहास, वर्तमान आणि अजून बरेच काही |
रोचना |
1,374 |
100 |
विशेषांक |
टिचकीसरशी दोन्ही |
सहस्तार्जुन |
7,105 |
100 |
विशेषांक |
डावा आदर्शवाद आणि खुली बाजारपेठ |
मिलिंद मुरुगकर |
8,916 |
80 |
विशेषांक |
मुंगी उडाली आकाशी |
झंपुराव तंबुवाले |
1,533 |
100 |
विशेष |
एव्हलिन विलो: करामतींची राणी |
श्रीजा कापशीकर |
7,353 |
80 |
विशेष |
गोलागमध्ये गोडबोले - एक । जनमताचे दूध काढणे |
आदूबाळ |
5,938 |
100 |
विशेष |
मुक्तचिंतन |
राहुल बनसोडे |
7,298 |
60 |
विशेष |
संसर्गाख्यान: भारतीय परंपरा व इतिहासात रोगराई, धर्म आणि दैवतशास्त्र |
शैलेन |
5,300 |
100 |
विशेषांक |
भारतीय विवाहसंस्थेचा इतिहास |
ऐसीअक्षरे-संपादक |
9,461 |
86.6667 |
विशेषांक |
फ्रेंच बोलणारा आफ्रिका |
शैलेश मुळे |
1,336 |
100 |
विशेष |
वसंत बिरेवारचा दुसरा दिवस |
१४टॅन |
5,409 |
|
विशेष |
शाईचा ढब्बा आन् बारमाही मोगरा |
बब्रूवान रुद्रक... |
7,943 |
|
विशेष |
ती गेली तेव्हा... |
शशांक ओक |
6,152 |
|
विशेषांक |
आफ्रिका हा देश नव्हे |
उज्ज्वला |
917 |
100 |
विशेष |
'प्लेबॉय'चे साहित्यिक गोमटेपण |
पंकज भोसले |
6,698 |
|
विशेष |
'सिनेमाची भाषा' – प्रा. समर नखाते (भाग २) |
ऐसीअक्षरे |
5,207 |
|
विशेष |
ऋणनिर्देश |
ऐसीअक्षरे |
5,982 |
100 |
विशेषांक |
पु. पु. पिठातली (उर्फ भाषाभीरूची गोष्ट) |
सतीश तांबे |
8,869 |
93.3333 |
विशेष |
द यीरलिंग: दोन अनुवाद, एक तुलना |
हेमंत कर्णिक |
7,703 |
80 |
विशेष |
या लोकगीतांचे करावे तरी काय? |
स्वामी संकेतानंद |
6,145 |
80 |
विशेष |
नव-उदारमतवादाचा पोपट तर मेला, पण पुढे काय? |
ए ए वाघमारे |
5,111 |
60 |
विशेषांक |
ऐकू आनंदे! |
स्नॉवेल |
9,737 |
80 |
विशेषांक |
पॉर्नबद्दल कायदा काय सांगतो? |
मस्त कलंदर |
12,216 |
90 |
विशेषांक |
'माझा प्रवास'मधील काही भाग |
ऐसीअक्षरे-संपादक |
10,134 |
|
विशेष |
संपादकीय |
ऐसीअक्षरे |
5,438 |
|
विशेष |
पुत्र व्हावा ऐसा पढाकू |
संवेद |
10,092 |
90 |
विशेषांक |
पाडाला पिकलाय आंबा |
राजेश घासकडवी |
10,151 |
95 |
विशेषांक |
छान सुट्टं सुट्टं |
वंकू कुमार |
8,014 |
66.6667 |
विशेष |
अरे संसार संसार |
सई केसकर |
8,299 |
20 |
विशेष |
अध्यात्माची एक तोंडओळख - सिनेमा-नाटकांतल्या रुपकांतून |
विनय दाभोळकर |
6,578 |
100 |
विशेष |
दत्तू बांदेकर: एक अलक्षित विनोदकार |
कविता महाजन |
12,167 |
80 |
विशेष |
नातीगोती- (ब्रह्मघोटाळा या आगामी कादंबरीतील एक वगळलेलं प्रकरण) - १ |
ज्युनियर ब्रह्मे |
6,703 |
63.3333 |
विशेषांक |
ख्रिसमस केक |
स्वाती दिनेश |
10,376 |
100 |
विशेष |
शेरील क्रोसारखी दिसणारी मुलगी |
पंकज भोसले |
11,535 |
|
विशेषांक |
लेखक महाशय |
नील |
2,766 |
|
विशेष |
तोकोनामा - जपानच्या अंतरंगाची सैर |
ppkya |
8,241 |
100 |
विशेष |
भोलारामचा जीव - हरिशंकर परसाई |
कविता महाजन |
8,341 |
100 |
विशेष |
सातशे (वाचण्यासाठीचे एक नाटक) - अंक दुसरा |
जयदीप चिपलकट्टी |
5,429 |
93.3333 |
विशेषांक |
ऐसी अक्षरे दिवाळी अंक २०२३ - लेखनासाठी आवाहन. |
ऐसीअक्षरे |
3,425 |
100 |
विशेष |
राणी, तुझा गळा मी चिरू काय? |
संतोष गुजर |
5,674 |
|
विशेषांक |
टिंबक्टू – इतिहास आणि वर्तमान |
देवकी एरंडे |
2,278 |
100 |
विशेषांक |
आशियाई प्रश्न: युगांडा सोडण्याबद्दल..." |
रोचना |
908 |
100 |
विशेष |
'ब्रह्मघोटाळा' या आगामी कादंबरीतील एक वगळलेलं प्रकरण - ३ |
ज्युनियर ब्रह्मे |
6,143 |
25 |
विशेषांक |
दादर |
म्रिन |
1,813 |
20 |
विशेष |
कलांना माध्यमात संकुचित करण्यापासून थांबवता येईल काय? |
हृषिकेश आर्वीकर |
5,528 |
60 |
विशेषांक |
शोध एकोणिसाव्या शतकातील एका महाराष्ट्रकन्येचा… |
मृगेंद्र कुंतल |
2,457 |
100 |
विशेष |
"मी धगधगतोय, हे संपूर्ण विश्वच धगधगतंय" - कुमार शहानी |
निहार सप्रे |
6,775 |
100 |
विशेष |
‘लेट कॅपिटलिझम’मधला सिनेमा - उलरिक जायडल |
चिंतातुर जंतू |
5,283 |
100 |
विशेष |
The Black Sheep - इतालो काल्व्हिनोच्या कथेचं स्वैर भाषांतर |
ऐसीअक्षरे |
3,468 |
100 |
विशेषांक |
लोकसंगीताची दशा आणि दिशा - प्रा. डॉ. गणेश चंदनशिवे |
ऐसीअक्षरे |
1,509 |
100 |
विशेष |
ममव पुरुषांची लक्षणे |
राजेश घासकडवी |
4,648 |
|
विशेषांक |
शठे शाठ्यं समाचरेत् |
सन्जोप राव |
4,088 |
|
विशेषांक |
बिबट्याच्या कातड्याची पिलबॉक्स टोपी |
आदूबाळ |
2,084 |
100 |
विशेष |
पाखी |
नंदिनी |
9,477 |
73.3333 |
विशेष |
आवाज |
आरती रानडे |
4,572 |
|
विशेषांक |
"आय लव्ह यू जोबुर्ग" |
विजुभाऊ |
1,153 |
100 |
विशेषांक |
पॉपकॉर्न परत आले |
प्रभुदेसाई |
2,498 |
|
विशेष |
साहित्यातून नव्या वास्तवाच्या प्रेरणा |
उत्पल |
6,305 |
100 |
विशेषांक |
कथा एका रिसर्चची |
सर्किट |
10,432 |
80 |
विशेष |
'द वॉंटिंग सीड' - लेखक : अँथनी बर्जेस |
नंदा खरे |
8,179 |
93.3333 |
विशेष |
कथकगुरू मनीषा साठे यांच्याशी एक संवाद |
सानिया |
11,775 |
60 |
विशेषांक |
वास्तुविचार : पहाडापासून धुळीपर्यंत |
पुष्कर सोहोनी |
2,724 |
|
विशेष |
बालभारती : एक नव्वदोत्तरी आकलन |
राहुल बनसोडे |
7,808 |
100 |
विशेषांक |
एक कॉन्डोम मिळेल का? |
स्वप्निल शेळके |
6,891 |
50 |
विशेष |
सलील वाघच्या कविता |
सलील वाघ |
5,107 |
|
विशेष |
दोन कविता |
श्रीरंजन आवटे |
9,853 |
80 |
विशेष |
इमले अक्षरतेचे, अर्थात अष्टाश्वमेध नाटक - ३ |
जयदीप चिपलकट्टी |
3,152 |
|
विशेष |
"गाय ने गोबर कर दिया है" : धूमिलच्या कवितांबद्दल |
स्वामी संकेतानंद |
5,081 |
93.3333 |
विशेषांक |
फुल्या-फुल्यांचं साहित्य |
संवेद |
7,091 |
73.3333 |
विशेषांक |
सुदान: वसाहतवाद, स्वातंत्र्य, फाळणी |
रोचना |
1,510 |
100 |
विशेष |
किरण नगरकर मुलाखत : भाग ३ । "Storytellers are liars." |
ऐसीअक्षरे |
6,511 |
60 |
विशेष |
वाडीचं कूळ नि वस्तीचं मूळ |
मुकुंद कुळे |
6,895 |
73.3333 |
विशेष |
सूर्यप्रकाश, अवकाश, वास्तुरचना आणि आपण - चार्ल्स कोरिया |
.सारिका |
7,578 |
100 |
विशेषांक |
पक्षी अभ्यास केंद्राला भेटः इटलीतला एक अनुभव |
ऋता |
4,422 |
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विशेषांक |
दृष्टान्त कथा : काही नोंदी |
जयंत गाडगीळ |
7,038 |
80 |
विशेष |
उमगत असणारे वसंत पळशीकर |
Dr. Medini Dingre |
9,155 |
60 |
विशेष |
नव्वदोत्तरी शब्दप्रयोगाचा फार कंटाळा आला. |
सलील वाघ |
5,910 |
70 |
विशेष |
खास रे : ट्रेंड बघून खास ब्लेंड |
खास रे |
7,620 |
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