विशेषांक |
... ऊर्फ सुगरणीचा सल्ला: फराळ आणि मी |
मेघना भुस्कुटे |
30,086 |
89.0909 |
विशेषांक |
सरलं दळण... |
मस्त कलंदर |
16,794 |
80 |
विशेषांक |
ज्ञातिनग्न |
गवि |
7,488 |
60 |
विशेषांक |
पांढरू |
३_१४ विक्षिप्त अदिती |
40,085 |
86.6667 |
विशेषांक |
पक्षी अभ्यास केंद्राला भेटः इटलीतला एक अनुभव |
ऋता |
4,432 |
|
विशेषांक |
स्मरणकळा! |
उत्पल |
17,854 |
90 |
विशेषांक |
आजचं सपाट जग आणि भारतीय सिनेमा |
चिंतातुर जंतू |
19,928 |
75 |
विशेषांक |
जेम्स प्रिन्सेप आणि ब्राह्मी लिपीचा शोध |
अरविंद कोल्हटकर |
16,540 |
100 |
विशेषांक |
पेठा |
गणपा |
14,563 |
80 |
विशेषांक |
ख्रिसमस केक |
स्वाती दिनेश |
10,402 |
100 |
विशेषांक |
गजरा |
सोकाजीरावत्रिलोकेकर |
19,205 |
60 |
विशेषांक |
लेखनः बाहेर आणि आत |
आतिवास |
16,408 |
80 |
विशेषांक |
खिळे |
श्रावण मोडक |
11,023 |
100 |
विशेषांक |
मृद्गंध |
... |
12,446 |
73.3333 |
विशेषांक |
“दु:खाचा पाऊस जेव्हा घनघोर बरसला होता" |
मिलिंद |
5,111 |
86.6667 |
विशेषांक |
अलक्ष्मी देवीची कथा |
जुई |
18,704 |
68.5714 |
विशेषांक |
कथा एका रिसर्चची |
सर्किट |
10,452 |
80 |
विशेषांक |
स्वामी समर्थ आहेत |
जुई |
11,388 |
70 |
विशेषांक |
अधांतर |
जुई |
5,564 |
|
विशेषांक |
अपग्रेड प्रेम |
वंकू कुमार |
27,375 |
85 |
विशेषांक |
कविता आणि वादळ |
अनिरुध्द अभ्यंकर |
6,919 |
80 |
विशेषांक |
दोन कविता |
सुवर्णमयी |
5,893 |
60 |
विशेषांक |
शून्यस्पर्श |
हरवलेल्या जहाजा... |
7,895 |
90 |
विशेषांक |
Souls at 2 PM |
हरवलेल्या जहाजा... |
4,982 |
60 |
विशेषांक |
बुद्धिबळं |
जयदीप चिपलकट्टी |
12,146 |
80 |
विशेषांक |
मूल्य आणि किंमत |
नितिन थत्ते |
20,193 |
80 |
विशेषांक |
ऐकू आनंदे! |
स्नॉवेल |
9,758 |
80 |
विशेषांक |
बदलती माध्यमे आणि निवडणूका |
ऋषिकेश |
13,128 |
80 |
विशेषांक |
सामसूम एक वाट |
धनंजय |
22,461 |
84 |
विशेषांक |
"कंटेंट राहतोच, फॉर्म बदलतो" - कुमार केतकर |
ऐसीअक्षरे |
8,840 |
90 |
विशेषांक |
छायाचित्रे |
ऐसीअक्षरे |
5,305 |
|
विशेषांक |
ही पोरंच आम्हाला फरफटवत पुढे नेणार! |
अपर्णा वेलणकर |
8,512 |
73.3333 |
विशेषांक |
सिनेमा आणि संगीतातील डिजिटल क्रांती |
योगेश्वर नवरे |
5,741 |
75 |
विशेषांक |
माध्यमांचा बदलता नकाशा |
ऐसीअक्षरे |
6,824 |
|
विशेषांक |
अभिवाचन - बरेच काही उगवून आलेले |
ऋषिकेश |
10,058 |
|
विशेषांक |
बाळूगुप्ते |
राजेश घासकडवी |
32,827 |
91.4286 |
विशेषांक |
संपादकीय |
ऐसीअक्षरे |
3,828 |
|
विशेषांक |
नवं पाखरू |
संदेश कुडतरकर |
6,045 |
80 |
विशेषांक |
ऋणनिर्देश |
ऐसीअक्षरे |
37,246 |
100 |
विशेषांक |
दोनशे त्रेसष्ठ |
आदूबाळ |
21,054 |
91.4286 |
विशेषांक |
चळवळी : अशाश्वतांच्या तलवारी |
राजेश घासकडवी |
16,712 |
85 |
विशेषांक |
'शिस'पेन्सिलीची कुळकथा |
प्रभाकर नानावटी |
14,331 |
80 |
विशेषांक |
चळवळी यशस्वी का होतात, का फसतात? |
आनंद करंदीकर |
21,407 |
95.5556 |
विशेषांक |
अॅडम आणि इव्ह |
अवलक्षणी |
26,583 |
82.2222 |
विशेषांक |
शिनुमा : श्री फारएण्डराये देखियले |
फारएण्ड |
47,410 |
96.6667 |
विशेषांक |
“कामगारांचं हित कामगार चळवळीने पाहिलं नाही.” - राजीव सानेंची मुलाखत |
प्रकाश घाटपांडे |
17,579 |
85 |
विशेषांक |
चौकट |
चीजपफ |
13,021 |
90 |
विशेषांक |
अमेरिकेतील चळवळी : धागे उभे-आडवे, आडवे-तिडवे |
धनंजय |
17,420 |
96 |
विशेषांक |
मिनिमॅलिझमचं एक वैयक्तिक स्त्रीवादी परीक्षण |
फूलनामशिरोमणी |
19,982 |
85.4545 |
विशेषांक |
विष्णुध्वज नावाचा लोहस्तंभ |
अरविंद कोल्हटकर |
12,593 |
90 |
विशेषांक |
चळवळ : व्यक्ती आणि समष्टी |
मुग्धा कर्णिक |
22,121 |
74.2857 |
विशेषांक |
'एक नंबर'ची गोष्ट |
३_१४ विक्षिप्त अदिती |
36,190 |
100 |
विशेषांक |
विषय (कादंबरीचा) |
- |
19,218 |
95 |
विशेषांक |
अक्षरांचे संख्याशास्त्र आणि मराठीची तदानुषंगिक थट्टा |
जयदीप चिपलकट्टी |
23,344 |
86.6667 |
विशेषांक |
छान सुट्टं सुट्टं |
वंकू कुमार |
8,044 |
66.6667 |
विशेषांक |
"अब्राह्मणी प्रबोधनाला पर्याय नाही" - प्रा. प्रतिमा परदेशी |
ऐसीअक्षरे |
78,575 |
80 |
विशेषांक |
प्रश्न उरतो इच्छाशक्तीचा |
नंदा खरे |
11,751 |
80 |
विशेषांक |
ग्रंथोपजीविये लोकी इये |
शशिकांत सावंत |
12,235 |
72 |
विशेषांक |
कुठे नेऊन ठेवली सामाजिक जाणीव? |
हेमंत कर्णिक |
10,345 |
73.3333 |
विशेषांक |
जेवणं : एक आद्य शत्रू |
अस्वल |
16,195 |
83.6364 |
विशेषांक |
दैत्यपटांतील रूपके |
अमोल |
18,187 |
96.6667 |
विशेषांक |
पॅरिसच्या (स्वातंत्र्य)देवता |
चिंतातुर जंतू |
13,596 |
95 |
विशेषांक |
कूपमंडुक |
झंपुराव तंबुवाले |
16,734 |
56 |
विशेषांक |
मराठी अभ्यासकेंद्र : संस्थेचा परिचय आणि एका कार्यकर्त्याचं मनोगत |
दीपक पवार |
5,883 |
66.6667 |
विशेषांक |
व्हर्चुअल मयतरीची फेसाळ चळवळ |
उसंत सखू |
16,157 |
74.2857 |
विशेषांक |
मला बी प्रेम करू द्या की रं - आदित्य जोशी |
मस्त कलंदर |
68,776 |
85 |
विशेषांक |
मल्लिकाचा किस |
प्रणव सखदेव |
18,826 |
37.5 |
विशेषांक |
समाजवादी चळवळ – एक टिपण |
सांदीपनी |
9,225 |
80 |
विशेषांक |
पुरुष: एक वाट चुकलेला मित्र |
अवधूत परळकर |
14,389 |
80 |
विशेषांक |
डावा आदर्शवाद आणि खुली बाजारपेठ |
मिलिंद मुरुगकर |
8,950 |
80 |
विशेषांक |
'मोदी हा संघाचा नाईलाज आहे!' - सुरेश द्वादशीवार |
कल्पना जोशी |
34,766 |
70.9091 |
विशेषांक |
फिल्म न्वार: कथा हाच निकष |
मिलिंद |
7,819 |
80 |
विशेषांक |
यत्र यत्र बात्रा तत्र तत्र हनी सिंग! |
श्रीरंजन आवटे |
10,967 |
44 |
विशेषांक |
ऐसी मिष्टान्ने रसिके ... |
अस्वल |
14,080 |
88.5714 |
विशेषांक |
आपली आधुनिकता - पार्थ चटर्जी |
धनुष |
16,633 |
90 |
विशेषांक |
एस्केपिंग महत्त्वाकांक्षा |
उत्पल |
38,273 |
95.7143 |
विशेषांक |
'क्रमांक एकचा प्रयत्न मराठी माणसाने केला नाही.' - गिरीश कुबेर |
ऐसीअक्षरे |
13,447 |
74.2857 |
विशेषांक |
चळवळ (सदाशिव पेठी) |
परिकथेतील राजकुमार |
15,687 |
53.3333 |
विशेषांक |
नांगी गळू लागलेले फुलपाखरू |
संजीव खांडेकर |
14,116 |
80 |
विशेषांक |
जनआंदोलनं - साधीसरळ गुंतागुंत |
सुनील तांबे |
6,083 |
80 |
विशेषांक |
लाकूडतोड्याची गोष्ट |
संजीव खांडेकर |
28,794 |
70.6667 |
विशेषांक |
प्रयोग-परिवार, एक प्रयोगशील चळवळ |
रुची |
20,302 |
75 |
विशेषांक |
न्यूरॉन - कुत्रं नव्हे, मित्र |
राजेश घासकडवी |
27,813 |
72 |
विशेषांक |
माळीणबाईंचे प्रेमगीत |
रुची |
17,767 |
73.3333 |
विशेषांक |
मुखपृष्ठाविषयी - ब्लो माय ट्रंपेट |
चिंतातुर जंतू |
18,715 |
60 |
विशेषांक |
जलपर्णीच्या नशिबाचे साडेतीन फेरे - उपोद्घात |
आदूबाळ |
13,988 |
80 |
विशेषांक |
पाडाला पिकलाय आंबा |
राजेश घासकडवी |
10,153 |
95 |
विशेषांक |
देखो मगर प्यार से! |
मेघना भुस्कुटे |
15,689 |
95 |
विशेषांक |
चॉकलेट पान, स्पार्क नोट्स आणि पॉर्नोग्राफी संबंधातील काही 'अ'ठोस मुद्दे |
धर्मकीर्ती सुमंत |
30,783 |
95 |
विशेषांक |
मराठी नाटकांमधील अश्लीलता |
विसुनाना |
30,599 |
100 |
विशेषांक |
पॉर्नबद्दल कायदा काय सांगतो? |
मस्त कलंदर |
12,233 |
90 |
विशेषांक |
यम-यमी संवाद |
ऐसीअक्षरे-संपादक |
18,389 |
60 |
विशेषांक |
थिअरी आणि प्रॅक्टिकल |
जयदीप चिपलकट्टी |
15,102 |
100 |
विशेषांक |
ज्ञानावर निर्बंध |
ऐसीअक्षरे-संपादक |
6,185 |
90 |
विशेषांक |
सर्वेक्षणातून काय दिसलं : पॉर्न बघण्याबद्दल लोकांची मतंमतांतरं |
३_१४ विक्षिप्त अदिती |
10,481 |
75 |
विशेषांक |
जलपर्णीच्या नशिबाचा पहिला फेरा : सुदान चैनीज |
आदूबाळ |
16,059 |
100 |
विशेषांक |
त्या दोघींचा आत्मसन्मानाचा लढा! |
मुकुंद कुळे |
10,499 |
86.6667 |
विशेषांक |
भारतीय विवाहसंस्थेचा इतिहास |
ऐसीअक्षरे-संपादक |
9,467 |
86.6667 |
विशेषांक |
मी नाही त्यांतला... |
मासा |
11,209 |
40 |
विशेषांक |
पॉर्न, मी आणि समाज |
आनंद करंदीकर |
20,318 |
100 |
विशेषांक |
बब्राबभ्राबभ्रा... |
पंकज भोसले |
18,641 |
90 |
विशेषांक |
टिचकीसरशी दोन्ही |
सहस्तार्जुन |
7,114 |
100 |
विशेषांक |
र. धों. कर्वे आणि 'वंडर वूमन' |
अनिरुद्ध गोपाळ ... |
14,602 |
100 |
विशेषांक |
चंदूची शिकवणी |
ऋषिकेश |
10,489 |
80 |
विशेषांक |
वंकूकुमारच्या कविता |
वंकू कुमार |
5,132 |
80 |
विशेषांक |
न केलेले भाषण |
ऐसीअक्षरे-संपादक |
5,882 |
100 |
विशेषांक |
वाचकांचा अभिप्राय - आंबट-गोड |
राजेश घासकडवी |
21,046 |
|
विशेषांक |
फिक्शन अॅन्ड रिअॅलिटी - ताज्या पिढीचं मनोगत |
निहार सप्रे |
9,355 |
86.6667 |
विशेषांक |
दाक्षिणात्य चित्रपटांचं 'सौंदर्यशास्त्र' |
विषारी वडापाव |
18,727 |
100 |
विशेषांक |
जलपर्णीच्या नशिबाचा दुसरा फेरा : नेटके का इंतकाम |
आदूबाळ |
10,213 |
96 |
विशेषांक |
पदराआडचा वात्स्यायन |
रुची |
30,792 |
100 |
विशेषांक |
निळ्या सिनेमाची उत्क्रांती |
लक्ष्मीकांत बोंगाळे |
7,479 |
100 |
विशेषांक |
अजिंक्य दर्शनेच्या कविता |
अजिंक्य |
6,599 |
40 |
विशेषांक |
'माझा प्रवास'मधील काही भाग |
ऐसीअक्षरे-संपादक |
10,144 |
|
विशेषांक |
अजब खटला - गी द मोपासां |
ऐसीअक्षरे-संपादक |
9,920 |
70 |
विशेषांक |
असभ्य |
जयदीप चिपलकट्टी |
9,601 |
|
विशेषांक |
पॉर्नोग्राफी - एक भयानक व्यसन |
गोपाळ आजगावकर |
30,618 |
|
विशेषांक |
एक कॉन्डोम मिळेल का? |
स्वप्निल शेळके |
6,896 |
50 |
विशेषांक |
मेंदू आणि पॉर्न |
सुबोध जावडेकर |
15,288 |
100 |
विशेषांक |
पॉर्नोग्राफीला विरोध : अमेरिकन इतिहासाची एक झलक : भाग १ |
३_१४ विक्षिप्त अदिती |
6,527 |
80 |
विशेषांक |
बाईपणाचे शौकीन संदर्भ |
मेघना भुस्कुटे |
18,674 |
96.6667 |
विशेषांक |
पॉर्नोग्राफीला विरोध : अमेरिकन इतिहासाची एक झलक : भाग २ |
३_१४ विक्षिप्त अदिती |
5,056 |
50 |
विशेषांक |
फुल्या-फुल्यांचं साहित्य |
संवेद |
7,098 |
73.3333 |
विशेषांक |
जलपर्णीच्या नशिबाचा तिसरा फेरा : नागिनधुरळा |
आदूबाळ |
15,010 |
93.3333 |
विशेषांक |
माझं पॉर्नचं व्यसन |
आभास |
9,501 |
|
विशेषांक |
पुरुषत्वाचा लैंगिक मसुदा - अर्ध्या वाटेवरचे विचार |
उत्पल |
20,517 |
80 |
विशेषांक |
कामशिल्पे |
ऐसीअक्षरे-संपादक |
18,204 |
100 |
विशेषांक |
थोडक्यात चुकले! - गी द मोपासां |
ऐसीअक्षरे-संपादक |
6,904 |
80 |
विशेषांक |
"प्रत्येक व्यक्तीची गरज सौंदर्यानुभवाची असेल असं नाही..." |
कविता महाजन |
15,740 |
80 |
विशेषांक |
टची गोष्ट |
प्रणव सखदेव |
17,663 |
|
विशेषांक |
मिलिन्द पद्की यांच्या कविता |
मिलिन्द |
4,716 |
60 |
विशेषांक |
तिसरा दिवस, दहावी गोष्ट |
जयदीप चिपलकट्टी |
8,284 |
80 |
विशेषांक |
दृष्टान्त कथा : काही नोंदी |
जयंत गाडगीळ |
7,041 |
80 |
विशेषांक |
जन मार्मिक व्हावा... |
मेघना भुस्कुटे |
16,204 |
100 |
विशेषांक |
विषय सर्वथा...! (निमित्त : 'पु पु पिठातली उर्फ भाषाभीरूची गोष्ट') |
सतीश तांबे |
26,011 |
64 |
विशेषांक |
पु. पु. पिठातली (उर्फ भाषाभीरूची गोष्ट) |
सतीश तांबे |
8,880 |
93.3333 |
विशेषांक |
जलपर्णीच्या नशिबाचा साडेतिसरा फेरा : औट - द म्युझिकल |
आदूबाळ |
15,029 |
100 |
विशेषांक |
तनाचे श्लोक |
उसंत सखू |
9,139 |
40 |
विशेषांक |
कवि बिल्हणकृत 'चौरपञ्चाशिका' |
अरविंद कोल्हटकर |
8,391 |
100 |
विशेषांक |
माझा प्रवास - आणखी काही उतारे |
ऐसीअक्षरे-संपादक |
11,912 |
|
विशेषांक |
स्ट्रिप-क्लबात निळोबा |
Nile |
8,976 |
86.6667 |
विशेषांक |
'संततिनियम' - काही लेख |
ऐसीअक्षरे-संपादक |
9,263 |
|
विशेषांक |
राष्ट्र - दि. के. बेडेकर |
ऐसीअक्षरे |
4,356 |
60 |
विशेषांक |
फाल्को पेरेग्रायनस |
आदूबाळ |
9,517 |
80 |
विशेषांक |
कोव्हिड व आर्थिक धोरणांची बदलणारी दिशा |
रूपा रेगे नित्सुरे |
2,675 |
100 |
विशेषांक |
यमांत |
झंपुराव तंबुवाले |
2,918 |
|
विशेषांक |
ऋणनिर्देश |
ऐसीअक्षरे |
3,828 |
|
विशेषांक |
आउट ऑफ कोर्स |
म्रिन |
2,154 |
|
विशेषांक |
शठे शाठ्यं समाचरेत् |
सन्जोप राव |
4,110 |
|
विशेषांक |
टॅक्सी ड्रायव्हर |
सोनिया वीरकर |
1,647 |
|
विशेषांक |
दागेरेओतीप: एक आगळावेगळा टाइम ट्रॅव्हल? |
सई केसकर |
4,933 |
|
विशेषांक |
लेखक महाशय |
नील |
2,789 |
|
विशेषांक |
अव्हेन्यू |
तुकाराम जमाले |
2,066 |
20 |
विशेषांक |
पॉपकॉर्न परत आले |
प्रभुदेसाई |
2,523 |
|
विशेषांक |
क्विअर डेटिंग ॲप्स - एक 'Indian' क्रांती? |
अनिकेत गुळवणी |
11,942 |
100 |
विशेषांक |
काळाकभिन्न |
शिरीन.म्हाडेश्वर |
1,827 |
100 |
विशेषांक |
मी चोरलेलं पुस्तक |
प्रकाश घाटपांडे |
6,994 |
90 |
विशेषांक |
चंगळवाद : त्यात दडलेले सौंदर्य आणि राजकारण |
उज्ज्वला |
12,388 |
80 |
विशेषांक |
वास्तुविचार : पहाडापासून धुळीपर्यंत |
पुष्कर सोहोनी |
2,743 |
|
विशेषांक |
जी-८ रहस्यकथा (मीर बहादुर अली) : एक धावती ओळख |
धनंजय |
17,060 |
20 |
विशेषांक |
कॉफी पुराण |
प्रभाकर नानावटी |
5,832 |
|
विशेषांक |
एक जानेवारी एकनंतर… |
विजय तांबे |
3,436 |
100 |
विशेषांक |
तुझे आहे तुजपाशी |
भ्रमर |
2,107 |
100 |
विशेषांक |
देवांकडून देवांकडे |
अभिरूची |
3,161 |
80 |
विशेषांक |
मराठी भाषेची आधुनिकता – काही टिपणं |
चिन्मय धारूरकर |
6,068 |
100 |
विशेषांक |
सुरकुती |
विवेक घोडमारे |
1,660 |
20 |
विशेषांक |
ननैतिक प्रश्न आणि माझे फ्रॉयडियन सोहळे |
प्रियांका तुपे |
5,320 |
20 |
विशेषांक |
बदलाचा प्रश्न - आलँ बादियु (भाग १) |
वैभव आबनावे |
4,310 |
|
विशेषांक |
गरज ही शोधाची जननी : आधुनिक वैद्यक संशोधनाचा संक्षिप्त आढावा |
अबापट |
10,792 |
100 |
विशेषांक |
पदार्थविज्ञान आणि मानवी संस्कृतीचा उत्कर्ष |
प्रविण देशपांडे |
3,172 |
80 |
विशेषांक |
तमस - दुभंगाचं दस्तावेजीकरण |
अवंती |
2,056 |
80 |
विशेषांक |
आय. आय. टी.त गणित शिकवताना (गणिताच्या निमित्ताने – भाग १२) |
बालमोहन लिमये |
8,996 |
60 |
विशेषांक |
आजच्या राजकारणाविषयी - आलँ बादियु (भाग २) |
वैभव आबनावे |
1,820 |
|
विशेषांक |
आनंदी असण्यासाठी जग बदलायलाच हवं का? - आलँ बादियु (भाग ३) |
वैभव आबनावे |
2,177 |
100 |
विशेषांक |
सप्तशैय्या पॅटिस |
सई केसकर |
15,459 |
100 |
विशेषांक |
ऋणनिर्देश |
ऐसीअक्षरे |
3,385 |
80 |
विशेषांक |
शांतारामबापूंची काल्पनिका - नंदा खरे |
नंदा खरे |
2,079 |
80 |
विशेषांक |
गुलाबी हत्ती पाळणारी स्त्री |
जुई |
8,865 |
60 |
विशेषांक |
क्रॉसओव्हर आणि परत माघारी |
प्रभुदेसाई |
1,671 |
|
विशेषांक |
माणूस हा (चेहऱ्यावरील केस न आवडणारा) केसाळ प्राणी आहे. |
प्रभाकर नानावटी |
1,393 |
80 |
विशेषांक |
भारतीय संविधानाच्या ठिगळांचा शतकी इतिहास |
अजित गोगटे |
4,944 |
|
विशेषांक |
मिस्टर ब्रुईन आणि कोऽहमचे सवाल |
आदूबाळ |
5,741 |
100 |
विशेषांक |
आद्य |
वरदा |
1,598 |
40 |
विशेषांक |
मला नट का व्हायचं आहे? - माधुरी पुरंदरे |
ऐसीअक्षरे |
3,561 |
|
विशेषांक |
म्हणजे कोण? |
शिरीन.म्हाडेश्वर |
2,076 |
70 |
विशेषांक |
रहस्यकथेचा रूपबंध - वसंत आबाजी डहाके |
ऐसीअक्षरे |
1,323 |
40 |
विशेषांक |
होम्स ते हॅनिबल : इंग्रजी डिटेक्टिव्ह कथा - नंदा खरे |
नंदा खरे |
1,225 |
|
विशेषांक |
कचरा vs उच्चभ्रू : केस नं. ९२११ |
अस्वल |
7,576 |
100 |
विशेषांक |
दादर |
म्रिन |
1,839 |
20 |
विशेषांक |
खूप सारा पसारा |
आरती रानडे |
7,615 |
60 |
विशेषांक |
जागोजाग टिचलेला आरसा |
सतीश लोथे |
1,342 |
|
विशेषांक |
मॅडमजीके सेक्सी कारनामे |
बं भा कटकोळ |
6,364 |
95 |
विशेषांक |
बनारस – विविध काळांत एकाच वेळी जगणारं शहर |
इंद्रजित खांबे |
5,184 |
100 |
विशेषांक |
मोकळ्या जगात हरवलेला चष्मा |
गायत्री लेले |
1,891 |
|
विशेषांक |
आशियाई दर्याचे डोलकर राजे |
शेखरमोघे |
1,342 |
90 |
विशेषांक |
मल्ल्या |
तुकाराम जमाले |
1,748 |
86.6667 |
विशेषांक |
गेल्या अर्धशतकातली स्त्री-कादंबरीकारांची कामगिरी - रेखा इनामदार-साने |
ऐसीअक्षरे |
1,722 |
|
विशेषांक |
मुंगी उडाली आकाशी |
झंपुराव तंबुवाले |
1,555 |
100 |
विशेषांक |
लोकसंगीताची दशा आणि दिशा - प्रा. डॉ. गणेश चंदनशिवे |
ऐसीअक्षरे |
1,535 |
100 |
विशेषांक |
"आय लव्ह मर्डर!" – क्लोद शाब्रोल |
चिंतातुर जंतू |
1,184 |
20 |
विशेषांक |
बोलींचं स्वायत्त क्षेत्र : दक्खनवरील भाषांचं साहचर्य |
चिन्मय धारूरकर |
2,214 |
|
विशेषांक |
भूतकाळाची भुते अर्थात इतिहासतपस्व्यांचा ट्रॅश |
शैलेन |
1,764 |
100 |
विशेषांक |
आत्याचा सल्ला |
३_१४ विक्षिप्त अदिती |
4,194 |
|
विशेषांक |
कुमार सानू के हिट नगमें... तथा पल्प ऑफ नाईन्टी फोर |
पंकज भोसले |
6,796 |
40 |
विशेषांक |
RRR च्या निमित्ताने : टेस्ट आणि ट्रॅश |
हृषिकेश आर्वीकर |
9,331 |
100 |
विशेषांक |
संपादकीय |
ऐसीअक्षरे |
739 |
|
विशेषांक |
ऐसी अक्षरे दिवाळी अंक २०२३ - लेखनासाठी आवाहन. |
ऐसीअक्षरे |
3,437 |
100 |
विशेषांक |
ऋणनिर्देश |
ऐसीअक्षरे |
1,455 |
|
विशेषांक |
धाकट्या मामाच्या बारा गोष्टी - माधुरी पुरंदरे |
ऐसीअक्षरे |
3,646 |
100 |
विशेषांक |
सुदान: वसाहतवाद, स्वातंत्र्य, फाळणी |
रोचना |
1,532 |
100 |
विशेषांक |
मेल्टिंग स्नोज ऑफ किलिमांजारो आणि कार्बन क्रेडिट्स |
उमेश घोडके |
1,053 |
|
विशेषांक |
जित्याची खोड |
झंपुराव तंबुवाले |
902 |
|
विशेषांक |
बिबट्याच्या कातड्याची पिलबॉक्स टोपी |
आदूबाळ |
2,125 |
100 |
विशेषांक |
रंग माझा वेगळा |
Sanjeev Sathe |
1,745 |
|
विशेषांक |
लायबेरियातल्या यादवीचा संक्षिप्त इतिहास |
अबापट |
1,369 |
100 |
विशेषांक |
अनाथ |
शिल्पा केळकर |
786 |
|
विशेषांक |
रवांडामधील वंशसंहार |
उज्ज्वला |
2,412 |
|
विशेषांक |
दाकाराई सुमन ओकोये |
शिरीन.म्हाडेश्वर |
3,282 |
80 |
विशेषांक |
चहा-बिस्किटाची प्रेमकहाणी |
प्रभाकर नानावटी |
2,748 |
|
विशेषांक |
इसासून : नायजेरियन खाद्यसंस्कृती |
रुची |
2,693 |
100 |
विशेषांक |
आशियाई प्रश्न: युगांडा सोडण्याबद्दल..." |
रोचना |
939 |
100 |
विशेषांक |
सिंधुआज्जी आणि टारझनचे पशू |
देवदत्त |
2,270 |
100 |
विशेषांक |
साखर उद्योग आणि आफ्रिका |
सई केसकर |
3,116 |
100 |
विशेषांक |
मारियो रिग्बी: वर्णभेद आणि आफ्रिकेतली रमतगमत भटकंती |
प्रीति छत्रे |
530 |
|
विशेषांक |
M-Pesa - आफ्रिकन खंडातील Fintech |
kulpre |
2,314 |
|
विशेषांक |
फ्रेंच बोलणारा आफ्रिका |
शैलेश मुळे |
1,374 |
100 |
विशेषांक |
आफ्रिका हा देश नव्हे |
उज्ज्वला |
947 |
100 |
विशेषांक |
गिरमिटिया स्थलांतर - स्वाधीन की दैवाधीन |
आदूबाळ |
815 |
100 |
विशेषांक |
दक्षिण आफ्रिकी जॅझ : अन्यायाची रूपांतरं |
सई केसकर |
939 |
100 |
विशेषांक |
टिंबक्टू – इतिहास आणि वर्तमान |
देवकी एरंडे |
2,319 |
100 |
विशेषांक |
एकविसाव्या शतकातल्या आफ्रिकेत हृदय आणि रक्तवाहिन्यांचे रोग |
धनंजय |
515 |
|
विशेषांक |
'कानविंदे हरवले' - हृषीकेश गुप्ते |
ऐसीअक्षरे |
906 |
|
विशेषांक |
सिकल सेल ॲनिमिया |
सत्यजित सलगरकर |
765 |
|
विशेषांक |
कालातीत मूल्यांच्या शोधात अरुण खोपकर |
भूषण_निगळे |
639 |
100 |
विशेषांक |
#ऱ्होड्स मस्ट फॉल : केप टाउन विद्यापीठातील एक विलक्षण विद्यार्थी चळवळ |
रोचना |
551 |
100 |
विशेषांक |
"आय लव्ह यू जोबुर्ग" |
विजुभाऊ |
1,177 |
100 |
विशेषांक |
डेमोक्रॅटिक रिपब्लिक ऑफ द काँगो : खनिज समृद्धीमुळे वाट लागलेला देश |
अबापट |
766 |
|
विशेषांक |
बाँब देम |
नील |
2,837 |
90 |
विशेषांक |
हौसा कथा |
ऐसीअक्षरे |
481 |
|
विशेषांक |
पोर्तुगीज आफ्रिका आणि आफ्रिकेतील गोमंतकीय समाज |
कौस्तुभ नाईक |
917 |
|
विशेषांक |
साहेलच्या सुरस कथा |
चिंतातुर जंतू |
563 |
|
विशेषांक |
"काळी" कॉफी |
अवंती |
1,026 |
100 |
विशेषांक |
आफ्रिकेतील भारतीय गुलाम: केप ऑफ गुड होप आणि डच ईस्ट इंडिया कंपनी |
बॅटमॅन |
1,057 |
100 |
विशेषांक |
शोध एकोणिसाव्या शतकातील एका महाराष्ट्रकन्येचा… |
मृगेंद्र कुंतल |
2,508 |
100 |
विशेषांक |
आफ्रिकेतील वसाहतकालीन चलन: दृश्यात्मकता आणि इतिहास |
शैलेन |
1,066 |
100 |
विशेषांक |
लायबेरिया आणि तीन आंधळे |
नंदन |
1,200 |
|
विशेषांक |
उड उड रे काऊ। पुन्हा नको मज शिवू॥ |
३_१४ विक्षिप्त अदिती |
2,817 |
100 |
विशेषांक |
संपादकीय : आफ्रिका खंड: इतिहास, वर्तमान आणि अजून बरेच काही |
रोचना |
1,402 |
100 |
विशेषांक |
लोकप्रिय माध्यमांतला वर्ण्य-विषय |
अपौरुषेय |
614 |
|
विशेष |
दोन शब्द |
ऐसीअक्षरे |
28,013 |
60 |
विशेष |
(Y) |
सतीश तांबे |
15,263 |
93.3333 |
विशेष |
सतीश तांबे, एक बातचीत : "करमण्यातून कळण्याकडे" |
ऐसीअक्षरे |
16,422 |
90 |
विशेष |
चौसष्ट्तेरा |
जयदीप चिपलकट्टी |
17,258 |
100 |
विशेष |
डब्लिनर |
रुची |
13,830 |
66.6667 |
विशेष |
१८६४ चा शेअर मॅनिया, बँक ऑफ बाँबे आणि प्रेमचंद रायचंद |
अरविंद कोल्हटकर |
14,526 |
90 |
विशेष |
काव्यातली सृष्टी |
धनंजय |
17,843 |
93.3333 |
विशेष |
माझा परिसर, माझा कलाव्यवहार |
सचिन कुंडलकर |
11,531 |
86.6667 |
विशेष |
Somehow I want to die |
जुई |
17,281 |
60 |
विशेष |
कहाणी आपल्या 'रुपया'ची... भाग - १ |
शैलेन |
26,921 |
100 |
विशेष |
दोन कविता |
श्रीरंजन आवटे |
9,882 |
80 |
विशेष |
आधार नको |
स्नेहदर्शन |
10,760 |
65 |
विशेष |
तीन म्हाताऱ्या |
शहराजाद |
31,084 |
96.6667 |
विशेष |
दुसरा सिनेमा |
अवधूत परळकर |
25,460 |
70 |
विशेष |
कथकगुरू मनीषा साठे यांच्याशी एक संवाद |
सानिया |
11,814 |
60 |
विशेष |
फोटोग्राफी सोडलेल्या लेखकाबद्दल |
- |
15,316 |
100 |
विशेष |
कला: एक अकलात्मक चिंतन |
उत्पल |
22,366 |
98.1818 |
विशेष |
त्रेमिती द्वीपे - ठिपक्यांच्या झाल्या आठवणी |
ऋता |
10,211 |
73.3333 |
विशेष |
अरुण खोपकर, कलाव्यवहार आणि आपण |
चिंतातुर जंतू |
15,086 |
100 |
विशेष |
हमारी याद आयेगी! |
प्रभाकर नानावटी |
13,296 |
80 |
विशेष |
प्रेम - दोन कविता |
सुवर्णमयी |
9,377 |
80 |
विशेष |
सिस्टर मरिया, स्कार्लेट ओ'हॅरा आणि एलायझा डूलिट्ल |
मनीषा |
13,613 |
76 |
विशेष |
पासष्टाव्या कलेच्या विळख्यात |
उसंत सखू |
18,584 |
76 |
विशेष |
कलाजाणिवेच्या नावानं... |
शर्मिला फडके |
18,702 |
66.6667 |
विशेष |
मराठी चित्रपटसृष्टी प्रगल्भ झाली आहे म्हणे... |
परिकथेतील राजकुमार |
30,226 |
80 |
विशेष |
कविता |
अनिरुध्द अभ्यंकर |
7,959 |
70 |
विशेष |
डॉ. रखमाबाई - एक दीपशिखा |
मस्त कलंदर |
25,516 |
90 |
विशेष |
पाखी |
नंदिनी |
9,506 |
73.3333 |
विशेष |
आवधूऽत चिंतन श्री गुर्देव दत्त |
राजन बापट |
23,708 |
85 |
विशेष |
तेरा ट्रेडीसनल अत्याचार |
३_१४ विक्षिप्त अदिती |
46,534 |
92 |
विशेष |
गोष्टीच्या गोष्टीची गोष्ट |
मेघना भुस्कुटे |
14,964 |
84 |
विशेष |
विरक्तरसाची मात्रा |
सर्व_संचारी |
10,226 |
64 |
विशेष |
अर्थनिर्णयनाच्या विरोधात |
मिलिंद |
9,996 |
|
विशेष |
प्रिय |
श्रीरंजन आवटे |
5,919 |
60 |
विशेष |
उमगत असणारे वसंत पळशीकर |
Dr. Medini Dingre |
9,186 |
60 |
विशेष |
अर्थांच्या विविध शक्यता शोधताना - शुभा गोखलेंशी संवाद |
ऐसीअक्षरे |
25,777 |
80 |
विशेष |
कलानुभवाचं संक्षिप्तीकरण/विखंडीकरण |
राजेश घासकडवी |
28,781 |
100 |
विशेष |
भूमिकेतल्या आयांच्या गोष्टी |
कविता महाजन |
15,877 |
80 |
विशेष |
आपला कलाव्यवहार आणि आपण |
ऐसीअक्षरे |
4,978 |
70 |
विशेष |
व्यंगचित्र |
ऐसीअक्षरे |
7,838 |
100 |
विशेष |
फास्टर फेणे रिटर्न्स – फेसबुकवरून ब्लॅकमेलिंग! |
फ्रेंक उर्फ फ्र... |
18,004 |
80 |
विशेष |
प्रयत्नें बांधिली मोळी! |
'भारा'वलेले |
5,338 |
100 |
विशेष |
जुनी मैत्री |
गणेश मतकरी |
22,411 |
80 |
विशेष |
संपादकीय |
ऐसीअक्षरे |
14,877 |
86.6667 |
विशेष |
खोट्या जगातले खरे लोक |
अस्वल |
6,553 |
90 |
विशेष |
बोक्याचे बाबा आणि रॉबिन हुड |
दिलीप प्रभावळकर |
8,724 |
100 |
विशेष |
ब्रह्मघोटाळ्यात फास्टर फेणे |
आदूबाळ |
22,097 |
100 |
विशेष |
पुत्र व्हावा ऐसा पढाकू |
संवेद |
10,108 |
90 |
विशेष |
बिपिनवरचे सिनेमे लोकांपर्यंत पोचलेच नाहीत! |
रघुवीर कूल |
7,354 |
90 |
विशेष |
शून्य दिवसानंतर आठ वर्षं दहा महिने आणि एकोणतीस दिवसांनी |
राजेश घासकडवी |
7,766 |
80 |
विशेष |
इदं न मम! |
अमृतवल्ली |
10,348 |
100 |
विशेष |
द यीरलिंग: दोन अनुवाद, एक तुलना |
हेमंत कर्णिक |
7,721 |
80 |
विशेष |
भारा - मराठी 'व्हर्नीश' वाचकांचे लाडके अनुवादक |
ऋषिकेश |
9,709 |
90 |
विशेष |
कुटुंबातले भारा - भाग १ |
'भारा'वलेले |
11,508 |
100 |
विशेष |
फुरसुंगीचा फास्टर फेणे आणि फास्टर फेणेची फुरसुंगी |
केतकी आकडे |
20,409 |
92 |
विशेष |
गेला कुठे श्रीरंग? (भारांची शेवटची कथा) |
'भारा'वलेले |
5,230 |
60 |
विशेष |
रॅबिलेच्या पायावर उभा भागवती प्रासाद |
हेमंत कर्णिक |
7,328 |
60 |
विशेष |
कुटुंबातले भारा - भाग २ |
'भारा'वलेले |
9,182 |
100 |
विशेष |
उदे उदे गं! |
स्नेहल नागोरी |
6,700 |
80 |
विशेष |
फाफे आणि सोविएत सद्दी |
देवदत्त |
9,801 |
80 |
विशेष |
साता समुद्रापारची पुस्तकावळ |
ऋग्वेदिता पारख |
11,117 |
80 |
विशेष |
बाल'मित्र'! |
सुबोध जावडेकर |
9,178 |
100 |
विशेष |
भा. रा. भागवत यांचे भाराभर आभार |
जयंत नारळीकर |
10,477 |
80 |
विशेष |
गोरख आया! (पुस्तकात नसलेली 'फाफे'कथा) |
'भारा'वलेले |
8,500 |
80 |
विशेष |
बालसाहित्याचा दीपस्तंभ |
सौ. नीला धडफळे |
6,959 |
60 |
विशेष |
भारा: अेक स्मरणरंजन |
निरंजन घाटे |
10,408 |
100 |
विशेष |
पहिल्या 'मराठी बालकुमार साहित्य संमेलना'त भारांनी केलेले अध्यक्षीय भाषण (पूर्वार्ध) |
'भारा'वलेले |
9,517 |
100 |
विशेष |
एव्हलिन विलो: करामतींची राणी |
श्रीजा कापशीकर |
7,371 |
80 |
विशेष |
पहिल्या 'मराठी बालकुमार साहित्य संमेलना'त भारांनी केलेले अध्यक्षीय भाषण (उत्तरार्ध) |
'भारा'वलेले |
4,973 |
|
विशेष |
माझं आणि फाफेचं नातं अजून संपलेलं नाही |
सुमीत राघवन |
8,136 |
80 |
विशेष |
भागवत आजोबांची पगडी घातलेला इंग्लिश फाफे |
मेघना भुस्कुटे |
5,874 |
80 |
विशेष |
भा. रा. भागवत - साहित्यसूची |
सौ. नीला धडफळे |
11,660 |
90 |
विशेष |
बालवाचक, पण सत्तरीतले! |
मीना वैद्य |
7,885 |
70 |
विशेष |
"रानी कुठून आलो? गाऊन काय गेलो?" |
'भारा'वलेले |
12,611 |
100 |
विशेष |
काही शब्द, थोड्या रेषा: भारांचे काही मानसपुत्र (आणि कन्या) |
'भारा'वलेले |
12,617 |
100 |
विशेष |
अल्बाट्रॉस सँडविच |
जयदीप चिपलकट्टी |
11,684 |
84.4444 |
विशेष |
नवी गाणी नवा बाज |
मुकुंद कुळे |
7,288 |
70 |
विशेष |
ऋणनिर्देश |
ऐसीअक्षरे |
7,322 |
80 |
विशेष |
मुखपृष्ठाविषयी |
चिंतातुर जंतू |
3,163 |
50 |
विशेष |
नव्वदोतरी संकल्पनेबद्दल |
चिंतातुर जंतू |
10,105 |
60 |
विशेष |
ऐसा अमेरिकन सोक्षमोक्ष |
उसंत सखू |
7,258 |
66.6667 |
विशेष |
मन्या जोशीच्या कविता |
मन्या जोशी |
13,296 |
40 |
विशेष |
जाहिराती |
अंडानी प्रा. लि. |
14,940 |
75 |
विशेष |
सलील वाघच्या कविता |
सलील वाघ |
5,112 |
|
विशेष |
'कामसूत्रा'मधून दिसणारा वात्स्यायनकालीन भारतीय सुखवस्तु समाज |
अरविंद कोल्हटकर |
25,687 |
90 |
विशेष |
चाळ नावाची गचाळ वस्ती |
मुग्धा कर्णिक |
95,022 |
87.5 |
विशेष |
बहात्तरच्या दुष्काळानंतरची ग्रामीण खाद्यसंस्कृती |
शाहू पाटोळे |
13,978 |
100 |
विशेष |
'प्लेबॉय'चे साहित्यिक गोमटेपण |
पंकज भोसले |
6,713 |
|
विशेष |
वॉकमन |
सचिन कुंडलकर |
10,770 |
86.6667 |
विशेष |
परदेशातून मराठी नियतकालिक चालवताना... |
जयदीप चिपलकट्टी |
5,668 |
80 |
विशेष |
कलांना माध्यमात संकुचित करण्यापासून थांबवता येईल काय? |
हृषिकेश आर्वीकर |
5,550 |
60 |
विशेष |
बदलती भाषा - कुठून आणि कुठे? |
हेमंत कर्णिक |
12,741 |
100 |
विशेष |
कालदंश |
जुई |
6,066 |
40 |
विशेष |
'ओळख' नावाचा बुडबुडा |
अमृता प्रधान |
8,704 |
|
विशेष |
कविंनो, तुम्ही कवितेच्या धंद्याला तयार आहात का? |
श्रीधर तिळवे |
3,585 |
|
विशेष |
नळ जातो तेव्हा |
ज्युनियर ब्रह्मे |
8,296 |
86.6667 |
विशेष |
म्हाताऱ्याची गन्नम स्टाईल! |
पंकज भोसले |
18,764 |
76 |
विशेष |
शार्लीचं काय करायचं? |
राजीव नाईक |
3,620 |
93.3333 |
विशेष |
नव्वदोत्तरी शब्दप्रयोगाचा फार कंटाळा आला. |
सलील वाघ |
5,928 |
70 |
विशेष |
गौतमशेटचं उडालंय मन शहरावरून |
अरुण काळे |
2,617 |
|
विशेष |
आल्फ्रेड हिचकॉक |
नीलांबरी जोशी |
7,500 |
80 |
विशेष |
बालभारती : एक नव्वदोत्तरी आकलन |
राहुल बनसोडे |
7,817 |
100 |
विशेष |
कादंबरी विरोध आणि द्वेषावर उभी राहते. |
जी. के. ऐनापुरे |
6,551 |
50 |
विशेष |
जागतिकीकरणामुळे मुळं तुटायची गरज नाही - प्राची दुबळे यांची मुलाखत |
दिलतितली |
15,983 |
100 |
विशेष |
ब्रॅण्ड अॅम्बॅसेडर |
ए ए वाघमारे |
7,369 |
80 |
विशेष |
अरुणचंद्र गवळीच्या कविता |
अरुणचंद्र गवळी |
2,751 |
70 |
विशेष |
बाबरी ते दादरी... |
प्रकाश अकोलकर |
10,218 |
65 |
विशेष |
संदीप देशपांडेच्या कविता |
डॅशी |
3,341 |
80 |
विशेष |
ब्लॅक मिरर |
मस्त कलंदर |
9,014 |
100 |
विशेष |
तमिळनाडूची 'अम्मा' (आणि अम्माचा तमिळनाडू) |
प्रभाकर नानावटी |
7,215 |
80 |
विशेष |
नितिन कुलकर्णीच्या कविता |
नितिन कुलकर्णी |
3,681 |
|
विशेष |
फोटोत पहिल्यांदाच हसले त्याची गोष्ट |
मंदार पुरंदरे |
5,289 |
80 |
विशेष |
संप्राप्ते नैच्छकलहे : दर्शनविद्येला ध्वस्त करू पाहणारे प्रवाह |
राजीव साने |
22,705 |
100 |
विशेष |
"शांत बसणं हीसुद्धा माझी गरज आहे." |
३_१४ विक्षिप्त अदिती |
7,521 |
100 |
विशेष |
डॉ. स्यूस : सगळ्या वयांच्या मुलांसाठी बालसाहित्य |
भटकभवानी |
9,899 |
100 |
विशेष |
घटित समकालीन तर जाणीवही समकालीन - कथालेखक सतीश तांबे यांच्याशी संवाद |
सतीश तांबे |
4,709 |
100 |
विशेष |
तुम्ही कोण आहात? |
अस्वल |
28,168 |
100 |
विशेष |
खूप फिक्शन जीवनाला झेपेल काय? : नव्वदोत्तरी वास्तव आणि श्याम मनोहरांचा फिक्शन सिद्धांत |
धनुष |
6,892 |
92 |
विशेष |
व्यंगचित्रे |
राजेश घासकडवी |
6,377 |
70 |
विशेष |
साहित्यातून नव्या वास्तवाच्या प्रेरणा |
उत्पल |
6,326 |
100 |
विशेष |
वर्जेश ईश्वरलाल सोलंकीच्या कविता |
वर्जेश सोलंकी |
5,971 |
90 |
विशेष |
दोन कविता |
मिलिन्द |
5,768 |
60 |
विशेष |
समकालीन : एक मुलाखत-मकरंद साठे |
मकरंद साठे |
7,885 |
100 |
विशेष |
उस्ताद बहाउद्दीन डागर यांच्याशी संवाद |
ऐसीअक्षरे |
10,262 |
70 |
विशेष |
नंदा खरे, "उद्या" |
रोचना |
25,084 |
88 |
विशेष |
ऋणनिर्देश |
ऐसीअक्षरे |
9,144 |
80 |
विशेष |
संपादकीय |
ऐसीअक्षरे |
8,563 |
|
विशेष |
नात्यांचा जनुकीय पाया |
राजेश घासकडवी |
23,185 |
100 |
विशेष |
कुलुंगी कुत्र्याला मारहाण होते त्याची गोष्ट |
आदूबाळ |
24,881 |
84.4444 |
विशेष |
बेरंग |
अनंत ढवळे_ |
8,012 |
80 |
विशेष |
आय क्यू पंक्चरलेली बाहुली!! |
उसंत सखू |
18,436 |
50 |
विशेष |
दोन टिपणं : पाणी आणि नागाची |
मुकुंद कुळे |
9,742 |
80 |
विशेष |
खेळ |
नीधप |
21,168 |
82.5 |
विशेष |
लोकशाही राज्यपद्धतीचे फायदे व तोटे |
जयदीप चिपलकट्टी |
24,529 |
100 |
विशेष |
विकल्पतरू |
धनंजय |
25,927 |
80 |
विशेष |
कुमार गंधर्व : एक सृजनात्मक तत्त्व - मुकुल शिवपुत्र |
ऐसीअक्षरे |
11,516 |
80 |
विशेष |
पुढे पाठ मागे सपाट |
नंदा खरे |
10,746 |
100 |
विशेष |
त्याची कविता |
मिलिन्द |
4,355 |
60 |
विशेष |
माझे घर नक्की कोणते? |
रुबिना पटेल |
35,874 |
70 |
विशेष |
अध्यात्माची एक तोंडओळख - सिनेमा-नाटकांतल्या रुपकांतून |
विनय दाभोळकर |
6,597 |
100 |
विशेष |
पळशीकर : शिक्षक |
प्रभाकर कोलते |
6,465 |
100 |
विशेष |
एक कविता |
Ninad Pawar |
6,010 |
40 |
विशेष |
The King and I |
अरविंद कोल्हटकर |
3,936 |
50 |
विशेष |
वाडीचं कूळ नि वस्तीचं मूळ |
मुकुंद कुळे |
6,920 |
73.3333 |
विशेष |
नातीगोती- (ब्रह्मघोटाळा या आगामी कादंबरीतील एक वगळलेलं प्रकरण) - १ |
ज्युनियर ब्रह्मे |
6,732 |
63.3333 |
विशेष |
अद्भुत |
मिलिन्द् पद्की |
2,990 |
|
विशेष |
’विभक्ती’चे प्रत्यय आणि सापेक्ष सुरक्षिततेचे सिद्धान्त |
रुची |
13,418 |
98 |
विशेष |
नातीगोती- (ब्रह्मघोटाळा या आगामी कादंबरीतील एक वगळलेलं प्रकरण - भाग २) |
ज्युनियर ब्रह्मे |
4,284 |
60 |
विशेष |
लाजाळू, ७० |
रेणुका खोत |
5,494 |
40 |
विशेष |
चुका (केल्यावर) होतच राहणार! |
प्रभाकर नानावटी |
12,717 |
75 |
विशेष |
धनुष्यातून सुटलेला बाण |
झंपुराव तंबुवाले |
5,887 |
86.6667 |