कविता |
"श्री सूर्य-विजय" किंवा "आणि नंतर पुन्हा " |
मिलिन्द |
कविता |
"संदीप खरे कवी साला , मनामध्ये डाचतो आहे!" |
मिलिन्द् पद्की |
कविता |
"ॐ श्री शतायुषी स्तोत्र" |
मिलिन्द् पद्की |
कविता |
''ओलसर'' |
डॉ.कैलास गायकवाड |
कविता |
'उरा'तली सर |
मंदार |
कविता |
'गुडूप अंधार' |
सर्व_संचारी |
कविता |
'चिरकाळोख' |
अमेय६३७७ |
कविता |
'बळीच्या घरी सौख्य नांदो सदाचे' |
इरसाल म्हमईकर |
कविता |
'मनी'चे श्लोक |
कलंदर बिलंदर |
कविता |
'व्यवस्थापनाचा/मोठा सल्लागार" |
मिलिन्द |
कविता |
'शिवराय" |
अनिल तापकीर |
कविता |
(अधांतर) |
आतिवास |
कविता |
(अर्धवटाच्या फ्लोटर्स घालून मी) |
Nile |
कविता |
(आणखी एक) कवितास्पर्धा |
जयदीप चिपलकट्टी |
कविता |
(का? का? का?) |
पाषाणभेद |
कविता |
(काय साला त्रास आहे!) |
मंदार |
कविता |
(गेले कालचे राहून) |
राजेश घासकडवी |
कविता |
(चला ऑफीस आले आता...) |
ऋषिकेश |
कविता |
(टिंगल-औक्षण करून...) |
राजेश घासकडवी |
कविता |
(डील ऑर नो डील?) |
राजेश घासकडवी |
कविता |
(तुझ्या बरमुडा चड्डीचे आकर्षण) |
राजेश घासकडवी |
कविता |
(प्रार्थना) हे शिवे, |
सामो |
कविता |
(प्रेमी)युगुलगीत: तुझी माझी प्रित जमली |
पाषाणभेद |
कविता |
(भाव(खावू)गीत):फेसबुकमुळे |
पाषाणभेद |
कविता |
(वाईट) साईट-सीईंग |
शिवोऽहम् |