ललित |
सरणार कधी रण..? |
विसोबा खेचर |
ललित |
माझ्या लाडलाडूल्या "प्र", |
वीणेची तार |
ललित |
आय अॅम रिच टुडे! |
वृन्दा |
ललित |
गद्य सूर्य प्रार्थना |
वृन्दा |
ललित |
आपली वैशालीतील भेट |
वृन्दा |
ललित |
तो |
वृन्दा |
ललित |
जंगल आणि तो (कथा) |
वैभव देश्मुख् |
ललित |
लहानपण देगा देवा! |
शरद वर्दे |
ललित |
पुन्हा राग मानायचा! |
शरद वर्दे |
ललित |
तू झकास, मी भकास! |
शरद वर्दे |
ललित |
इंग्लिश मॅडम! |
शरद वर्दे |
ललित |
काय होतास तू !... काय झालास तू...!!.. सार्जंट तांदळे....!!!... |
शशिकांत ओक |
ललित |
आणि दरवाजा तोंडावर बंद झाला.. किस्सा नवी दिल्लीचा... |
शशिकांत ओक |
ललित |
पुम्बुहारचे भीषण समुद्रस्नान |
शशिकांत ओक |
ललित |
मातीचे कुल्ले, नागवे कोल्हे व इतर - अर्थात, मायमराठीची लेणी : भाग १ |
शहराजाद |
ललित |
कपिलाषष्ठी, गटारयंत्र व इतर - अर्थात, मायमराठीची लेणी : भाग २ |
शहराजाद |
ललित |
धूसर |
शान्तादुर्गा |
ललित |
अँग्री यंग (!) वुमन |
शान्तादुर्गा |
ललित |
"लता" माझ्यासाठी कोण होती ? |
शान्तादुर्गा |
ललित |
फुरसद के कुछ पल |
शान्तादुर्गा |
ललित |
बचपन के दिन भुला न देना - उत्तरार्ध |
शान्तिप्रिय |
ललित |
बचपन के दिन भुला न देना |
शान्तिप्रिय |
ललित |
अप्रिय आठवणींपासून सुटका |
शाम भागवत |
ललित |
सूतक |
शार्दुली आचार्य |
ललित |
नातं - भाग २ |
शिरीष फडके |