समीक्षा |
All we imagine: स्वचा शोध |
३_१४ विक्षिप्त अदिती |
2025-03-15 |
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समीक्षा |
"कोलाहल"विषयी |
नील |
2025-03-01 |
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समीक्षा |
'छावा'च्या निमित्ताने... |
स्वयंभू |
2025-02-27 |
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समीक्षा |
नॉर्मल पीपल: सॅली रूनी |
सई केसकर |
2025-02-22 |
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समीक्षा |
२०२५ साली नुक्ताच आलेल्या "छावा" सिनेमा पहातानाचे टिपण |
राजन बापट |
2025-02-22 |
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समीक्षा |
गोंदलेला हात मऊ टापटिपीचा.. |
सई केसकर |
2025-01-17 |
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समीक्षा |
ब्रेन इन अ व्हॅट! |
प्रभुदेसाई |
2025-01-17 |
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काय वाचावं आणि काय वाचू नये? |
सई केसकर |
2025-01-17 |
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भास्करबुवा बखले: भरभरून देणारे संगीतज्ञ |
प्रभाकर नानावटी |
2025-01-17 |
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नाईफ - सलमान रश्दी |
चिंतातुर जंतू |
2025-01-17 |
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कथा दोन सावरकरांची |
राहुल सरवटे |
2025-01-17 |
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भुरा - एका संघर्षाची यशस्वी ध्येयपुर्ती |
स्वयंभू |
2025-01-17 |
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सावरकर - एक अंतर्मनाला भिडणारा सिनेमा |
स्वयंभू |
2025-01-17 |
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"काला पानी" वेब सीरिजची सुखद, पण अस्वस्थ करणारी सजा |
निमिष सोनार |
2025-01-17 |
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समीक्षा |
नेमेचि येतो ऑस्कर सोहळा (भाग ३) |
चिंतातुर जंतू |
2025-01-17 |
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समीक्षा |
नेमेचि येतो ऑस्कर सोहळा |
चिंतातुर जंतू |
2025-01-17 |
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सजनी शिंदे का व्हायरल व्हिडिओ नावाचा अंडरडॉग |
नील |
2025-01-17 |
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मातृभाषा : समज, गैरसमज. |
रेवती१९८० |
2025-01-17 |
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समीक्षा |
मराठीत आलेले व आता मराठीच झालेले शब्द |
केदार पाटणकर |
2025-01-17 |
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डॉक्टर झिवागो |
सतीश राव |
2025-01-17 |
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समीक्षा |
चिकित्सा : ‘उत्क्रांती, एक वैज्ञानिक अंधश्रद्धा’ ठरवणाऱ्या समजुतींची |
प्रकाश बुरटे |
2025-01-17 |
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समीक्षा |
भेटीत तुष्टता मोठी! |
सई केसकर |
2025-01-17 |
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समीक्षा |
ओरहानचा कालप्रवास आणि संस्कृतिसंघर्ष !!! (My Name is Red) |
छिद्रान्वेषी |
2025-01-17 |
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"अशीही एक झुंज" - एका महत्त्वाच्या पुस्तकाचा परिचय |
अबापट |
2025-01-17 |
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प्ले इट ॲज इट लेज - जोन डिडियन |
सई केसकर |
2025-01-17 |
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