कविता |
तुझे प्रेम एक वनस्पती आहे |
जर भाषांतरित कविता उलट |
राजेश घासकडवी |
मंगळवार, 03/09/2013 - 01:14 |
कविता |
तुझे प्रेम एक वनस्पती आहे |
इदु सरी माडलिल्ला. |
बॅटमॅन |
मंगळवार, 03/09/2013 - 00:48 |
कविता |
तुझे प्रेम एक वनस्पती आहे |
ते सोडून सोडा! |
'न'वी बाजू |
मंगळवार, 03/09/2013 - 00:16 |
कविता |
तुझे प्रेम एक वनस्पती आहे |
चूक |
'न'वी बाजू |
मंगळवार, 03/09/2013 - 00:10 |
कविता |
तुझे प्रेम एक वनस्पती आहे |
तोमार प्रीती एकटो बोनोस्पोती आछे |
जयदीप चिपलकट्टी |
सोमवार, 02/09/2013 - 23:04 |
कविता |
तुझे प्रेम एक वनस्पती आहे |
very heavy o poem big-people |
राजेश घासकडवी |
सोमवार, 02/09/2013 - 22:08 |
मौजमजा |
ढिंपांग टिपांग- बेरजेच्या राजकारणाची टांग! |
मजा आली. |
कविता महाजन |
सोमवार, 02/09/2013 - 21:35 |
चर्चाविषय |
प्रत्येक श्रद्धा ही अंधश्रद्धाच असते |
अगदी बरोबर.
अर्थात, |
भगताचा नाग्या |
सोमवार, 02/09/2013 - 21:14 |
चर्चाविषय |
प्रत्येक श्रद्धा ही अंधश्रद्धाच असते |
श्रद्धा / अंधश्रद्धा आणि |
प्रकाश घाटपांडे |
सोमवार, 02/09/2013 - 20:52 |
मौजमजा |
आधुनिक शकुन - अपशकुन |
अगायायायायायायायाया |
बॅटमॅन |
सोमवार, 02/09/2013 - 20:31 |
चर्चाविषय |
सध्या काय वाचताय? - भाग ५ |
माझेपण फेव्रिट्ट पुस्तक |
बॅटमॅन |
सोमवार, 02/09/2013 - 20:30 |
चर्चाविषय |
सध्या काय वाचताय? - भाग ५ |
‘मराठी भाषेतील असभ्य म्हणी आणि वाक्प्रचार’ - अ. द. मराठे |
पांथस्थ |
सोमवार, 02/09/2013 - 19:36 |
मौजमजा |
आधुनिक शकुन - अपशकुन |
आस्तिकता/नास्तिकता आणि |
मी |
सोमवार, 02/09/2013 - 19:26 |
चर्चाविषय |
सध्या काय वाचताय? - भाग ५ |
समारोप विचार करायला लावणारा |
मी |
सोमवार, 02/09/2013 - 19:24 |
चर्चाविषय |
प्रत्येक श्रद्धा ही अंधश्रद्धाच असते |
एका प्रख्यात फलंदाजाला अजुनही |
तेजा |
सोमवार, 02/09/2013 - 19:21 |
मौजमजा |
ढिंपांग टिपांग- बेरजेच्या राजकारणाची टांग! |
कंपू करणे |
तिरशिंगराव |
सोमवार, 02/09/2013 - 18:54 |
मौजमजा |
आधुनिक शकुन - अपशकुन |
क्रॉप सर्कलचा कोर्स करायला |
बॅटमॅन |
सोमवार, 02/09/2013 - 18:28 |
चर्चाविषय |
प्रत्येक श्रद्धा ही अंधश्रद्धाच असते |
एका |
तिरशिंगराव |
सोमवार, 02/09/2013 - 18:22 |
मौजमजा |
आधुनिक शकुन - अपशकुन |
आणखी खूप अंधश्रद्धा आहेत. |
तेजा |
सोमवार, 02/09/2013 - 18:20 |
चर्चाविषय |
सध्या काय वाचताय? - भाग ५ |
सहमत. |
बॅटमॅन |
सोमवार, 02/09/2013 - 18:10 |
मौजमजा |
ढिंपांग टिपांग- बेरजेच्या राजकारणाची टांग! |
रावसोा |
राजेश घासकडवी |
सोमवार, 02/09/2013 - 18:05 |
चर्चाविषय |
प्रत्येक श्रद्धा ही अंधश्रद्धाच असते |
नैतिकता |
भगताचा नाग्या |
सोमवार, 02/09/2013 - 17:57 |
चर्चाविषय |
सध्या काय वाचताय? - भाग ५ |
मॅन अॅन्ड सुपरमॅन/Do Genetic Advantages Make Sports Unfair? |
मी |
सोमवार, 02/09/2013 - 17:55 |
मौजमजा |
आधुनिक शकुन - अपशकुन |
आवडली |
राजेश घासकडवी |
सोमवार, 02/09/2013 - 17:25 |
मौजमजा |
आधुनिक शकुन - अपशकुन |
:) |
ऋषिकेश |
सोमवार, 02/09/2013 - 16:49 |