समीक्षा |
Good Will Hunting |
ppkya |
समीक्षा |
"शोध": खूपसं कौतुक आणि मोजक्या तक्रारी |
आदूबाळ |
समीक्षा |
पूर्वज-वि. ग. कानेटकर |
ppkya |
समीक्षा |
अडीच हजार गायी चोरणारा अल्वरेज केली |
रवींद्र दत्तात्... |
समीक्षा |
मोहोन्जो- दारो: एक हुकलेली संधी (स्पॉयलर अलर्ट: हाय!!!) |
ए ए वाघमारे |
समीक्षा |
दोन स्पेशल-नक्कीच स्पेशल! |
ppkya |
समीक्षा |
लस्ट फ़ॉर लालबाग - १९८२ च्या संपाचा इतिहास |
गौरी दाभोळकर |
समीक्षा |
खाऊजा ची २५ वर्षे आणि पठारेंची स्वगते |
ppkya |
समीक्षा |
लख्ख प्रकाश निर्मळ... |
सुश्रुत |
समीक्षा |
धुक्यातून लाल ताऱ्याकडे |
ppkya |
समीक्षा |
जीएंना आयुष्यभर सलत असलेल्या दोन गोष्टी: ते ना कवी होऊ शकले, ना चित्रकार... |
अनिरुद्ध गोपाळ ... |
समीक्षा |
मी हिजडा.... मी लक्ष्मी |
जेडी |
समीक्षा |
श्रीविठ्ठलः एक महासमन्वय |
चार्वी |
समीक्षा |
सर आणि मी |
जेडी |
समीक्षा |
जगायचीही सक्ती आहे.... |
प्रकाश घाटपांडे |
समीक्षा |
"गावाकडची अमेरिका" |
राजन बापट |
समीक्षा |
फायरफ्लाय - एक सामाजिक सायफाय |
Nile |
समीक्षा |
‘खिडक्या अर्ध्या उघड्या’ --- कथामालिका की चित्रपट? |
चित्रा राजेन्द्... |
समीक्षा |
'स्टोलन किसेस' आणि मनातली ठसठस |
३_१४ विक्षिप्त अदिती |
समीक्षा |
डॉन ऑफ जस्टीस - नेमकं खटकतंय काय? |
दाह |
समीक्षा |
'राब' - मराठी साहित्यातील एक उपेक्षित मानदंड |
चौकस |
समीक्षा |
फ्रिडा काहलो : वेदनेतून बहरलेली चित्रकार |
कनक |
समीक्षा |
"क्रांती" - कर ले घडी दो घडी! |
फारएण्ड |
समीक्षा |
"अर्थशून्य शेरांचे अर्थ": गालिब व त्याचे भाष्यकार (अनुवादित) |
मिलिंद |
समीक्षा |
फॅंड्री - जाता नाही जात ती... |
चिंतातुर जंतू |