कविता |
येईल आता मृदगंध |
र।हुल |
कविता |
मध्यरात्री |
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कविता |
दिंडी |
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कविता |
दुस्तर हा घाट |
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कविता |
ये हलके हलके मागे |
बिटकॉइनजी बाळा |
कविता |
..तिथे ती भेटते |
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कविता |
कलाकाराची वाटचाल |
भांबड |
कविता |
होमकमिंगला जाण्यापूर्वी |
Swapna |
कविता |
मधुचंद्राच्या रात्रीचे नायिकेने केलेले वर्णन |
ऐसी |
कविता |
झोंबू लागे सुखद गारवा |
अविनाशकुलकर्णी |
कविता |
गावाकडच्या मावळतीचे …….रंग बिलोरी |
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कविता |
ये, दिक्कालबंध तोडून ये, |
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कविता |
तुझ्या नकळत |
अविनाशकुलकर्णी |
कविता |
अश्वत्थामा |
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कविता |
random one...कविता |
भांबड |
कविता |
मी भाषा असतो तर! |
केदार |
कविता |
वेटिंग फ़ॉर गोदो |
अविनाशकुलकर्णी |
कविता |
अपू...र्ण... |
भांबड |
कविता |
आदिप्रश्न |
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कविता |
भवताल निनादत होते |
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कविता |
फ्लो डायग्राम---->माझ्या जुन्या पावसाळी कविता॑चा |
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कविता |
निळावन्ती |
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कविता |
पा.कृ.: ब्रह्माण्डाचे ऑम्लेट |
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कविता |
स्वप्नातल्या कविता... |
भांबड |
कविता |
चारोळी: हिरवा"गार" पाऊस! |
निमिष सोनार |