काव्य
प्रकार | शीर्षक | लेखक | प्रतिसाद | शेवटचा प्रतिसाद |
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कविता | रात्ररात्रभराची ही जागरणं | गजानन मुळे | 10 | सोमवार, 17/10/2016 - 20:42 |
कविता | वारीसोबत चार पावलं... | मन | 5 | बुधवार, 12/10/2016 - 22:17 |
कविता | जुन्या कविता | मेघना भुस्कुटे | 12 | सोमवार, 10/10/2016 - 22:25 |
कविता | नार्सिससचा स्वप्नदोष | नगरीनिरंजन | 14 | रविवार, 09/10/2016 - 09:43 |
कविता | "अमेरिका द ब्युटिफुल" | मिलिन्द | 7 | शुक्रवार, 07/10/2016 - 21:25 |
कविता | पोर्ट्रेट | सर्व_संचारी | 2 | बुधवार, 05/10/2016 - 03:39 |
कविता | स्वगत | फूल | 13 | मंगळवार, 04/10/2016 - 14:32 |
कविता | अस्थिर स्वप्नांच्या नंतर | Ninad Pawar | 1 | सोमवार, 03/10/2016 - 22:09 |
कविता | हे शब्द झडून गेलेले दिवस... | वैभव देशमुख | 5 | शनिवार, 01/10/2016 - 18:13 |
कविता | अमेरिका अमेरिका ! | कुमार१ | 5 | शुक्रवार, 30/09/2016 - 12:08 |
कविता | झुंज | मिलिन्द | 24 | गुरुवार, 29/09/2016 - 21:55 |
कविता | न-प्रेम... | श्वेता | 13 | बुधवार, 21/09/2016 - 16:42 |
कविता | नदी | शान्तादुर्गा | 2 | सोमवार, 12/09/2016 - 16:42 |
कविता | उथळ उथळ | तिरशिंगराव | 6 | रविवार, 11/09/2016 - 10:22 |
कविता | त्या दोघी. | अंतराआनंद | 8 | शनिवार, 03/09/2016 - 16:36 |
कविता | kiss (चुंबन) | निनाद काळे | 43 | गुरुवार, 01/09/2016 - 19:33 |
कविता | तुला संध्याकाळी पाहताना.... | नाद | 1 | गुरुवार, 01/09/2016 - 17:11 |
कविता | फेसबुक तू आणि व्हाॅट्सँप मी | निनाद काळे | 6 | गुरुवार, 01/09/2016 - 10:43 |
कविता | काही गोष्टी आपल्याला मिळत नाहीत... | श्वेता | 8 | बुधवार, 31/08/2016 - 11:15 |
कविता | सुखासन | शिवकन्या | 4 | रविवार, 28/08/2016 - 10:43 |
कविता | <b>आता संभवा की युगे युगे !</b> | मिलिन्द | 60 | मंगळवार, 23/08/2016 - 08:02 |
कविता | मॉलला भेट | मिलिन्द | 8 | मंगळवार, 23/08/2016 - 07:52 |
कविता | स्वागतासाठी तुझ्या, मरणा पुन्हा आलोच आहे... | इरसाल म्हमईकर | 6 | मंगळवार, 23/08/2016 - 07:44 |
कविता | आत्माष्टक/ निर्वाणाष्टक (आदि शंकराचार्यांचे नव्हे तर एका सामान्य मुलीचे) | .शुचि. | 4 | शुक्रवार, 12/08/2016 - 19:03 |
कविता | तोच चंद्रमा नभात... | अरविंद कोल्हटकर | 12 | शुक्रवार, 12/08/2016 - 16:35 |