कविता |
दिवस माझे हे फुगायचे .. (विडंबन) |
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विदेश |
कविता |
असले कसले जेवण केले |
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पाषाणभेद |
कविता |
क्षमा नावाच्या भूमातेस |
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देवदत्त परुळेकर |
कविता |
जालवाणी |
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उत्पल |
कविता |
रात्ररात्रभराची ही जागरणं |
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गजानन मुळे |
कविता |
मुक्तीद्वार |
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हरवलेल्या जहाजा... |
कविता |
पहारेकरी |
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तोतया |
कविता |
कसं काय पाटील, बरं हाय का? - विडम्बन |
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शेफाली वैद्य |
कविता |
दुरवरल्या गावाकडची आठवण |
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पाषाणभेद |
कविता |
फ्यूनरल ब्लूज - डब्ल्यू. एच. ऑडेन |
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चिंतातुर जंतू |
कविता |
हे कविते , |
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विदेश |
कविता |
आज मी आहे |
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Rajvardhan |
कविता |
असा मी तसा मी |
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Rajvardhan |
कविता |
असा मी तसा मी |
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Rajvardhan |
कविता |
!! नालायक !! |
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गौरवखोंड |
कविता |
माझा स्वभाव |
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Rajvardhan |
कविता |
कर्म माणसाचे, दोष "कर्त्याला"!! |
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निमिष सोनार |
कविता |
अशांत वारा |
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हरवलेल्या जहाजा... |
कविता |
रिकाम्या अपार्टमेंटमधलं मांजर - विस्लावा झिम्बोर्स्का |
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चिंतातुर जंतू |
कविता |
सावल्यांच्या जगाची कल्पना 2D |
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तोतया |
कविता |
रेडियो |
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तोतया |
कविता |
झुक्या चे अभंग |
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अविनाशकुलकर्णी |
कविता |
नियती |
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हरवलेल्या जहाजा... |
कविता |
एका जगात... |
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कविता महाजन |
कविता |
तरंग |
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स्व |
कविता |
शिक्काशीर्षक |
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तोतया |
कविता |
मनात माझ्या |
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विदेश |
कविता |
खातेस घरी तू जेव्हा - |
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विदेश |
कविता |
माझ्या मना |
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पाषाणभेद |
कविता |
विरहणी आणि वीज |
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विवेक पटाईत |
कविता |
पूलावरून |
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तोतया |
कविता |
सरदार सरदार |
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पाषाणभेद |
कविता |
" भारतीय मी, या देशाचा बाळगतो अभिमान ! " |
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विदेश |
कविता |
एलिझाबेथ बिशपची एक 'सेस्टीना' |
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अनंत ढवळे |
कविता |
ते सर्व! |
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हरवलेल्या जहाजा... |
कविता |
रंगू |
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शुचि. |
कविता |
वाट पाहते ये ना श्रीरंगा |
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समीर चव्हाण |
कविता |
Trinity:love, sex & vanity |
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हरवलेल्या जहाजा... |
कविता |
आता सारंच कसं मृगजळापरी दुर्लभ... |
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सुमित |
कविता |
संपण्याआधी |
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बिटकॉइनजी बाळा |
कविता |
प्रॉब्लेम क्या है? |
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काव्या |
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रविवार आज रविवार - |
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विदेश |
कविता |
इंग्रजी व अन्य भाषिक कवितांचे आदानप्रदान व चर्चा |
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काव्या |
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शोध |
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तोतया |
कविता |
ओढ दर्शनाची |
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विदेश |
कविता |
तुटलेल्या मैत्रीणीस :२ |
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हरवलेल्या जहाजा... |
कविता |
अवघे जग माझ्या विठ्ठलाचे झाले ! |
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विदेश |
कविता |
काय करावे मन तळमळते ! |
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विदेश |
कविता |
काय सैपाक काय करू मी बाई |
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पाषाणभेद |
कविता |
सोनसाखळी |
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मारवा |