काव्य
प्रकार | शीर्षक | लेखक | प्रतिसाद |
शेवटचा प्रतिसाद![]() |
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कविता | इतिहासाच्या पलीकडे (चल रे सख्या) | मिलिन्द | 5 | मंगळवार, 09/08/2016 - 02:32 |
कविता | कान्ट फाईन्ड | एचटूओ | 2 | बुधवार, 27/07/2016 - 09:47 |
कविता | पाहुण तुमी कोण गावचं? | विवेक पटाईत | 7 | शनिवार, 23/07/2016 - 19:02 |
कविता | " धूर्त , चतुर वगैरे ..." | मिलिन्द | बुधवार, 20/07/2016 - 22:10 | |
कविता | काही क्षणिका - स्त्री | विवेक पटाईत | 2 | बुधवार, 20/07/2016 - 19:56 |
कविता | पाऊस, पुस्तकं आणि कविता | May | 19 | बुधवार, 20/07/2016 - 18:49 |
कविता | चार अपशब्द | मिलिन्द् पद्की | 16 | मंगळवार, 19/07/2016 - 21:16 |
कविता | एकांतात | एचटूओ | 3 | मंगळवार, 19/07/2016 - 18:36 |
कविता | या चमकदार अमेरिकेत | मिलिन्द | 14 | शनिवार, 16/07/2016 - 12:20 |
कविता | "बदकाने उडणे का सोडले" | मिलिन्द | 4 | सोमवार, 11/07/2016 - 23:25 |
कविता | पाऊस थांबलाय. (कविता) | अंतराआनंद | 6 | सोमवार, 11/07/2016 - 17:17 |
कविता | पे कमिशन | विवेक पटाईत | 22 | सोमवार, 11/07/2016 - 09:13 |
कविता | काही कविता | जेडी | रविवार, 10/07/2016 - 15:41 | |
कविता | "चुत्या" ठरवलं जाण्याच्या भीतीत .... | मिलिन्द् पद्की | 15 | गुरुवार, 07/07/2016 - 10:45 |
कविता | चूड... | श्वेता | 12 | बुधवार, 29/06/2016 - 09:05 |
कविता | "काळ्या शुक्रवार"ची कथा | मिलिन्द् पद्की | 2 | बुधवार, 22/06/2016 - 18:59 |
कविता | चांदण्यांच पांघरूण | जंगलीजवानी | 7 | बुधवार, 22/06/2016 - 15:36 |
कविता | ॐ ऐं र्हीं फट चिकन: स्वाहा! | मिलिन्द् पद्की | 7 | रविवार, 19/06/2016 - 16:00 |
कविता | २ कमळं | वाचनमात्र खाते ... | 7 | शनिवार, 18/06/2016 - 17:28 |
कविता | गैरवर्तन | मिलिन्द् पद्की | शुक्रवार, 17/06/2016 - 22:17 | |
कविता | एक डेट | मिलिन्द् पद्की | 11 | गुरुवार, 16/06/2016 - 11:34 |
कविता | कामगार | मिलिन्द | 5 | गुरुवार, 16/06/2016 - 10:06 |
कविता | शीळ | वाचनमात्र खाते ... | 2 | मंगळवार, 14/06/2016 - 21:56 |
कविता | वादळ... | श्वेता | 33 | मंगळवार, 14/06/2016 - 12:35 |
कविता | ..मला मात्र पत्नी गोरी हवी.. | कानडाऊ योगेशु | 2 | शनिवार, 11/06/2016 - 17:25 |