ललित |
राज्यातील विस्थापित |
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स्वयंभू |
समीक्षा |
सरदार उधम: एकमेव संकीर्ण स्वातंत्र्यपूर्व एकाकी लढा |
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स्वयंभू |
ललित |
लेखनकला |
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स्वयंभू |
मौजमजा |
भारत माता की जय!!! |
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स्वयंभू |
कविता |
दोन कविता |
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स्वयंभू |
कविता |
यत्र तत्र सर्वत्र |
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स्वयंभू |
कविता |
उठ भक्ता जागा हो |
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स्वयंभू |
मौजमजा |
दिवाळखोरीचे बौद्धिक |
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स्वयंभू |
चर्चाविषय |
मराठा आरक्षण आणि वास्तव |
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स्वयंभू |
माहिती |
व्यक्तिस्तोमाचे डंके |
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स्वयंभू |
कविता |
दि ग्रेट एडव्हेंचर |
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स्वयंभू |
कविता |
असा एकांत हा |
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स्वयंभू |
चर्चाविषय |
युद्ध नावडे सर्वांना |
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स्वयंभू |
चर्चाविषय |
शिकारा सिनेमाबद्दल |
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स्वयंभू |
चर्चाविषय |
अर्नब गोस्वामीचे अटकनाट्य.. |
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स्वयंभू |
कविता |
उत्तरप्रदेशात झालेल्या निर्घृणपणे अत्याचाराबद्दल |
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स्वयंभू |
कविता |
काही(च्या) काही(ही) कविता |
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स्वयंभू |
मौजमजा |
कोरोनाने काय शिकवलं? |
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स्वयंभू |
कविता |
गांधीगौरव |
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स्वयंभू |
ललित |
जंगलगोष्ट - २ |
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स्वयंभू |
कविता |
मला संत म्हणा |
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स्वयंभू |
कविता |
इथे माणूस मरतो |
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स्वयंभू |
मौजमजा |
गावगोष्टी |
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स्वयंभू |
चर्चाविषय |
चांद्रयान मोहीम, उत्सवी जनमानस आणि विज्ञान विषयक चळवळ |
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स्वयंभू |
कविता |
संदर्भ नसलेली संस्कृती |
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स्वयंभू |
समीक्षा |
मी वसंतराव - कलाकाराचा मनस्वी संघर्ष |
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स्वयंभू |
माहिती |
ए.आय., एम. एल. आणि डेटा सायंस |
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स्वयंभू |
कविता |
रोजदांजी कथोकल्पित |
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स्वयंभू |
कविता |
मी एक एकटा भरकटलेला |
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स्वयंभू |
कविता |
एक जूनी कविता |
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स्वयंभू |
ललित |
जंगलगोष्ट - ३ |
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स्वयंभू |
चर्चाविषय |
विवेकवादी हतबलता - उत्तरार्ध |
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स्वयंभू |
कविता |
लेखकराव |
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स्वयंभू |
चर्चाविषय |
गडबडलेलं राजकारण |
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स्वयंभू |
चर्चाविषय |
एन.आर.सी., एन.पी.आर. आणि सी.ए.ए बद्दल |
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स्वयंभू |
कविता |
बघण्याची insight |
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स्वयंभू |
मौजमजा |
हिजाब घालणारी बिकिनीतील मुलगी... |
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स्वयंभू |
समीक्षा |
बायोपिक च्या नावानं चांग भलं |
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स्वयंभू |
कविता |
इथे हजारात एखादा निवडला जातो |
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स्वयंभू |
ललित |
एका स्त्रीवादी बाईचा महिला दिवस |
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स्वयंभू |
कविता |
नेटसम्राट |
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स्वयंभू |
ललित |
जंगलगोष्ट - ४ |
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स्वयंभू |
कविता |
येथे मृत्यूचाही बाजार होतो |
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स्वयंभू |
चर्चाविषय |
दशकातील प्रभावशाली घडामोडी |
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स्वयंभू |
माहिती |
एका भारतीय नागरिकाचे मनोगत |
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स्वयंभू |
कविता |
शूर आम्ही दंगलखोर |
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स्वयंभू |
ललित |
माझ्या जंगलगोष्टी |
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स्वयंभू |
समीक्षा |
सावरकर - एक अंतर्मनाला भिडणारा सिनेमा |
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स्वयंभू |
समीक्षा |
दि काश्मीर फाईल्स - अस्वस्थ करणारा अनुभव |
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स्वयंभू |
कविता |
बाबाजी की जय हो |
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स्वयंभू |