विशेष |
भा. रा. भागवत - साहित्यसूची |
सौ. नीला धडफळे |
11,681 |
90 |
विशेष |
भा. रा. भागवत यांचे भाराभर आभार |
जयंत नारळीकर |
10,516 |
80 |
विशेष |
भागवत आजोबांची पगडी घातलेला इंग्लिश फाफे |
मेघना भुस्कुटे |
5,884 |
80 |
विशेष |
भारताचे राष्ट्रैक्य आणि राष्ट्रीयत्वाचा घाट - राम बापट |
ऐसीअक्षरे |
2,876 |
|
विशेष |
भारतीय तिरंग्याच्या उपेक्षित छटा - सदन झा |
अवंती |
3,129 |
|
विशेष |
भारतीय पुरुषांचा कुरूपपणा - मुकुल केसवन |
राजन बापट |
23,617 |
46.6667 |
विशेषांक |
भारतीय विवाहसंस्थेचा इतिहास |
ऐसीअक्षरे-संपादक |
9,478 |
86.6667 |
विशेषांक |
भारतीय संविधानाच्या ठिगळांचा शतकी इतिहास |
अजित गोगटे |
4,987 |
|
विशेष |
भारतीयांमधले हृदयविकार : गोषवारा आणि प्रतिबंधक उपाय |
मिलिन्द् पद्की |
11,630 |
85 |
विशेष |
भारा - मराठी 'व्हर्नीश' वाचकांचे लाडके अनुवादक |
ऋषिकेश |
9,717 |
90 |
विशेष |
भारा: अेक स्मरणरंजन |
निरंजन घाटे |
10,428 |
100 |
विशेष |
भाषा आणि राष्ट्रवाद व्हाया गोवा |
कौस्तुभ नाईक |
5,799 |
|
विशेष |
भाषासंसर्ग: भूषण, दूषण, राजकारण |
चार्वी |
10,036 |
100 |
विशेषांक |
भूतकाळाची भुते अर्थात इतिहासतपस्व्यांचा ट्रॅश |
शैलेन |
1,773 |
100 |
विशेष |
भूमिकेतल्या आयांच्या गोष्टी |
कविता महाजन |
15,898 |
80 |
विशेष |
भोलारामचा जीव - हरिशंकर परसाई |
कविता महाजन |
8,372 |
100 |
विशेष |
मनुकांचा निवडक संयत आहार |
झंपुराव तंबुवाले |
2,628 |
40 |
विशेष |
मन्या जोशीच्या कविता |
मन्या जोशी |
13,318 |
40 |
विशेष |
ममव पुरुषांची लक्षणे |
राजेश घासकडवी |
4,667 |
|
विशेषांक |
मराठी अभ्यासकेंद्र : संस्थेचा परिचय आणि एका कार्यकर्त्याचं मनोगत |
दीपक पवार |
5,893 |
66.6667 |
विशेष |
मराठी चित्रपटसृष्टी प्रगल्भ झाली आहे म्हणे... |
परिकथेतील राजकुमार |
30,304 |
80 |
विशेषांक |
मराठी नाटकांमधील अश्लीलता |
विसुनाना |
30,702 |
100 |
विशेषांक |
मराठी भाषेची आधुनिकता – काही टिपणं |
चिन्मय धारूरकर |
6,116 |
100 |
विशेष |
मराठी विनोदी साहित्याची सफर |
प्रदीप कुलकर्णी |
9,374 |
|
विशेष |
मराठेशाहीची सातासमुद्रापार मुत्सद्देगिरी |
बॅटमॅन |
20,055 |
100 |
विशेषांक |
मला नट का व्हायचं आहे? - माधुरी पुरंदरे |
ऐसीअक्षरे |
3,577 |
|
विशेषांक |
मला बी प्रेम करू द्या की रं - आदित्य जोशी |
मस्त कलंदर |
69,036 |
85 |
विशेषांक |
मल्लिकाचा किस |
प्रणव सखदेव |
18,857 |
37.5 |
विशेषांक |
मल्ल्या |
तुकाराम जमाले |
1,756 |
86.6667 |
विशेष |
माझं आणि फाफेचं नातं अजून संपलेलं नाही |
सुमीत राघवन |
8,143 |
80 |
विशेषांक |
माझं पॉर्नचं व्यसन |
आभास |
9,529 |
|
विशेष |
माझा कपडे धुण्याचा छंद |
शशिकांत सावंत |
21,387 |
96 |
विशेष |
माझा परिसर, माझा कलाव्यवहार |
सचिन कुंडलकर |
11,552 |
86.6667 |
विशेषांक |
माझा प्रवास - आणखी काही उतारे |
ऐसीअक्षरे-संपादक |
11,934 |
|
विशेष |
माझे घर नक्की कोणते? |
रुबिना पटेल |
35,989 |
70 |
विशेषांक |
माणूस हा (चेहऱ्यावरील केस न आवडणारा) केसाळ प्राणी आहे. |
प्रभाकर नानावटी |
1,397 |
80 |
विशेषांक |
माध्यमांचा बदलता नकाशा |
ऐसीअक्षरे |
6,852 |
|
विशेष |
मारा / साद - एक आधुनिक अभिजात नाट्यकृती |
वसंत आबाजी डहाके |
15,067 |
80 |
विशेषांक |
मारियो रिग्बी: वर्णभेद आणि आफ्रिकेतली रमतगमत भटकंती |
प्रीति छत्रे |
544 |
|
विशेष |
मालिका-बिलिका, सण-बिण |
सोनल |
3,414 |
30 |
विशेषांक |
माळीणबाईंचे प्रेमगीत |
रुची |
17,826 |
73.3333 |
विशेषांक |
मिनिमॅलिझमचं एक वैयक्तिक स्त्रीवादी परीक्षण |
फूलनामशिरोमणी |
20,043 |
85.4545 |
विशेष |
मिलिंद पदकींच्या कविता |
मिलिन्द |
3,055 |
|
विशेष |
मिलिन्द पदकींच्या कविता |
मिलिन्द |
3,348 |
|
विशेषांक |
मिलिन्द पद्की यांच्या कविता |
मिलिन्द |
4,741 |
60 |
विशेषांक |
मिस्टर ब्रुईन आणि कोऽहमचे सवाल |
आदूबाळ |
5,795 |
100 |
विशेष |
मी आणि नाविक चिरतरुणी |
Anand More |
11,331 |
60 |
विशेषांक |
मी चोरलेलं पुस्तक |
प्रकाश घाटपांडे |
7,033 |
90 |
विशेषांक |
मी नाही त्यांतला... |
मासा |
11,234 |
40 |
विशेषांक |
मुंगी उडाली आकाशी |
झंपुराव तंबुवाले |
1,574 |
100 |
विशेष |
मुंबापुरी खाबूगिरी |
१४टॅन |
30,799 |
90 |
विशेष |
मुक्तचिंतन |
राहुल बनसोडे |
7,320 |
60 |
विशेष |
मुखपृष्ठाविषयी |
चिंतातुर जंतू |
3,173 |
50 |
विशेषांक |
मुखपृष्ठाविषयी - ब्लो माय ट्रंपेट |
चिंतातुर जंतू |
18,740 |
60 |
विशेषांक |
मूल्य आणि किंमत |
नितिन थत्ते |
20,259 |
80 |
विशेषांक |
मृद्गंध |
... |
12,461 |
73.3333 |
विशेषांक |
मॅडमजीके सेक्सी कारनामे |
बं भा कटकोळ |
6,426 |
95 |
विशेषांक |
मेंदू आणि पॉर्न |
सुबोध जावडेकर |
15,308 |
100 |
विशेष |
मेंदूतला विनोद |
तिरशिंगराव |
23,959 |
80 |
विशेष |
मेलानियाच्या निमित्ताने |
सीमा. |
3,497 |
|
विशेषांक |
मेल्टिंग स्नोज ऑफ किलिमांजारो आणि कार्बन क्रेडिट्स |
उमेश घोडके |
1,073 |
|
विशेषांक |
मोकळ्या जगात हरवलेला चष्मा |
गायत्री लेले |
1,895 |
|
विशेषांक |
म्हणजे कोण? |
शिरीन.म्हाडेश्वर |
2,097 |
70 |
विशेष |
म्हाताऱ्याची गन्नम स्टाईल! |
पंकज भोसले |
18,790 |
76 |
विशेषांक |
यत्र यत्र बात्रा तत्र तत्र हनी सिंग! |
श्रीरंजन आवटे |
10,980 |
44 |
विशेषांक |
यम-यमी संवाद |
ऐसीअक्षरे-संपादक |
18,435 |
60 |
विशेषांक |
यमांत |
झंपुराव तंबुवाले |
2,939 |
|
विशेष |
यवन असलेला काफ़िर - हमीद दलवाईंची दिलीप चित्रेंनी घेतलेली मुलाखत |
ऐसीअक्षरे |
3,875 |
|
विशेष |
या लोकगीतांचे करावे तरी काय? |
स्वामी संकेतानंद |
6,181 |
80 |
विशेषांक |
र. धों. कर्वे आणि 'वंडर वूमन' |
अनिरुद्ध गोपाळ ... |
14,668 |
100 |
विशेषांक |
रंग माझा वेगळा |
Sanjeev Sathe |
1,762 |
|
विशेष |
रक्त - राणामामा (भाग १) |
ऐसीअक्षरे |
4,137 |
|
विशेष |
रघुनाथजी आंग्रे – म्हैसूर राज्याचा मराठा नौसेनापती |
प्रतिश खेडेकर |
3,961 |
|
विशेषांक |
रवांडामधील वंशसंहार |
उज्ज्वला |
2,507 |
|
विशेष |
रसगुल्ल्याचा हैदोसधुल्ला आणि हुम्मुसची धुसफूस |
बॅटमॅन |
14,836 |
90 |
विशेषांक |
रहस्यकथेचा रूपबंध - वसंत आबाजी डहाके |
ऐसीअक्षरे |
1,345 |
40 |
विशेष |
राणी, तुझा गळा मी चिरू काय? |
संतोष गुजर |
5,694 |
|
विशेषांक |
राष्ट्र - दि. के. बेडेकर |
ऐसीअक्षरे |
4,359 |
60 |
विशेष |
राष्ट्रवाद : अस्सल आणि बेगडी - आशिष नंदी |
उज्ज्वला |
5,443 |
100 |
विशेष |
राष्ट्रवाद आणि देशभक्ती - उदयन वाजपेयी |
सोफिया |
3,329 |
90 |
विशेष |
राष्ट्रवाद आणि संगीत |
उर्मिला भिर्डीकर |
4,511 |
|
विशेष |
राष्ट्रवाद आणि सांस्कृतिक स्वातंत्र्य |
मकरंद साठे |
5,530 |
|
विशेष |
राष्ट्रवाद, भारतीय सिनेमा आणि पॅलिम्पसेस्ट |
ऐसीअक्षरे |
4,622 |
|
विशेष |
राष्ट्रवादावर भिकाजी जोशी (आधारित) |
आदूबाळ |
6,199 |
100 |
विशेष |
रॅबिलेच्या पायावर उभा भागवती प्रासाद |
हेमंत कर्णिक |
7,352 |
60 |
विशेषांक |
लाकूडतोड्याची गोष्ट |
संजीव खांडेकर |
28,860 |
70.6667 |
विशेष |
लाजाळू, ७० |
रेणुका खोत |
5,508 |
40 |
विशेष |
लाटांवर लाटा |
कुमार केतकर |
9,678 |
20 |
विशेषांक |
लायबेरिया आणि तीन आंधळे |
नंदन |
1,228 |
|
विशेषांक |
लायबेरियातल्या यादवीचा संक्षिप्त इतिहास |
अबापट |
1,407 |
100 |
विशेषांक |
लेखक महाशय |
नील |
2,798 |
|
विशेषांक |
लेखनः बाहेर आणि आत |
आतिवास |
16,444 |
80 |
विशेष |
लोकनाट्यातील विनोदाचे स्वरूप |
बाळकृष्ण लळीत |
6,987 |
|
विशेषांक |
लोकप्रिय माध्यमांतला वर्ण्य-विषय |
अपौरुषेय |
628 |
|
विशेष |
लोकशाही राज्यपद्धतीचे फायदे व तोटे |
जयदीप चिपलकट्टी |
24,582 |
100 |
विशेषांक |
लोकसंगीताची दशा आणि दिशा - प्रा. डॉ. गणेश चंदनशिवे |
ऐसीअक्षरे |
1,557 |
100 |
विशेषांक |
वंकूकुमारच्या कविता |
वंकू कुमार |
5,141 |
80 |
विशेष |
वर्जेश ईश्वरलाल सोलंकीच्या कविता |
वर्जेश सोलंकी |
5,977 |
90 |
विशेष |
वळीव! |
अभयसिंह जाधव |
5,594 |
100 |
विशेष |
वसंत बिरेवारचा दुसरा दिवस |
१४टॅन |
5,428 |
|
विशेषांक |
वाचकांचा अभिप्राय - आंबट-गोड |
राजेश घासकडवी |
21,106 |
|
विशेष |
वाडीचं कूळ नि वस्तीचं मूळ |
मुकुंद कुळे |
6,950 |
73.3333 |
विशेष |
वाढता वाढता वाढे |
सामो |
5,619 |
|
विशेष |
वाढदिवस |
मेघश्री |
5,500 |
50 |
विशेषांक |
वास्तुविचार : पहाडापासून धुळीपर्यंत |
पुष्कर सोहोनी |
2,760 |
|
विशेष |
विकल्पतरू |
धनंजय |
26,011 |
80 |
विशेष |
विचार |
जयदीप चिपलकट्टी |
7,087 |
100 |
विशेष |
विद्रोही कवी प्रकाश जाधव यांच्या कविता |
ऐसीअक्षरे |
6,190 |
|
विशेष |
विरक्तरसाची मात्रा |
सर्व_संचारी |
10,235 |
64 |
विशेषांक |
विषय (कादंबरीचा) |
- |
19,250 |
95 |
विशेषांक |
विषय सर्वथा...! (निमित्त : 'पु पु पिठातली उर्फ भाषाभीरूची गोष्ट') |
सतीश तांबे |
26,106 |
64 |
विशेषांक |
विष्णुध्वज नावाचा लोहस्तंभ |
अरविंद कोल्हटकर |
12,617 |
90 |
विशेष |
वैज्ञानिक साक्षरता ही नक्की कोणाची जबाबदारी: सरकारची, वैज्ञानिकांची की समाजाची? |
रोहिणी करंदीकर |
9,807 |
80 |
विशेष |
वॉकमन |
सचिन कुंडलकर |
10,816 |
86.6667 |
विशेष |
व्यंगचित्र |
ऐसीअक्षरे |
7,852 |
100 |
विशेष |
व्यंगचित्रे |
राजेश घासकडवी |
6,386 |
70 |
विशेषांक |
व्हर्चुअल मयतरीची फेसाळ चळवळ |
उसंत सखू |
16,190 |
74.2857 |
विशेषांक |
शठे शाठ्यं समाचरेत् |
सन्जोप राव |
4,128 |
|
विशेषांक |
शांतारामबापूंची काल्पनिका - नंदा खरे |
नंदा खरे |
2,104 |
80 |
विशेष |
शाईचा ढब्बा आन् बारमाही मोगरा |
बब्रूवान रुद्रक... |
7,987 |
|
विशेष |
शार्लीचं काय करायचं? |
राजीव नाईक |
3,628 |
93.3333 |
विशेषांक |
शिनुमा : श्री फारएण्डराये देखियले |
फारएण्ड |
47,511 |
96.6667 |
विशेष |
शिवचरित्राचा महाराष्ट्राबाहेरील प्रसार: एक आढावा |
बॅटमॅन |
8,035 |
100 |
विशेष |
शून्य दिवसानंतर आठ वर्षं दहा महिने आणि एकोणतीस दिवसांनी |
राजेश घासकडवी |
7,793 |
80 |
विशेषांक |
शून्यस्पर्श |
हरवलेल्या जहाजा... |
7,906 |
90 |
विशेष |
शेरील क्रोसारखी दिसणारी मुलगी |
पंकज भोसले |
11,560 |
|
विशेषांक |
शोध एकोणिसाव्या शतकातील एका महाराष्ट्रकन्येचा… |
मृगेंद्र कुंतल |
2,604 |
100 |
विशेष |
संदीप देशपांडेच्या कविता |
डॅशी |
3,347 |
80 |
विशेषांक |
संपादकीय |
ऐसीअक्षरे |
3,834 |
|
विशेष |
संपादकीय |
ऐसीअक्षरे |
14,913 |
86.6667 |
विशेष |
संपादकीय |
ऐसीअक्षरे |
8,578 |
|
विशेष |
संपादकीय |
ऐसीअक्षरे |
5,478 |
|
विशेषांक |
संपादकीय |
ऐसीअक्षरे |
743 |
|
विशेष |
संपादकीय - नका गडे सारखंसारखं सिरीयस घेऊ!!! |
चिंतातुर जंतू |
11,063 |
80 |
विशेष |
संपादकीय - सत्याची (असली-नसलेली) चड्डी |
चिंतातुर जंतू |
16,416 |
60 |
विशेषांक |
संपादकीय : आफ्रिका खंड: इतिहास, वर्तमान आणि अजून बरेच काही |
रोचना |
1,418 |
100 |
विशेष |
संपादकीय : राष्ट्रवादळ, आताच का? |
चिंतातुर जंतू |
5,320 |
100 |
विशेष |
संप्राप्ते नैच्छकलहे : दर्शनविद्येला ध्वस्त करू पाहणारे प्रवाह |
राजीव साने |
22,767 |
100 |
विशेष |
संसर्गाख्यान: भारतीय परंपरा व इतिहासात रोगराई, धर्म आणि दैवतशास्त्र |
शैलेन |
5,338 |
100 |
विशेष |
सतीश तांबे, एक बातचीत : "करमण्यातून कळण्याकडे" |
ऐसीअक्षरे |
16,455 |
90 |
विशेष |
सत्यमेवा जयते |
झंपुराव तंबुवाले |
4,204 |
100 |
विशेष |
सदानंद रेगेंच्या कविता |
ऐसीअक्षरे |
3,346 |
100 |
विशेषांक |
सप्तशैय्या पॅटिस |
सई केसकर |
15,558 |
100 |
विशेष |
समकालीन : एक मुलाखत-मकरंद साठे |
मकरंद साठे |
7,892 |
100 |
विशेष |
समांतर विश्वांत पक्की |
प्रभुदेसाई |
9,782 |
|
विशेषांक |
समाजवादी चळवळ – एक टिपण |
सांदीपनी |
9,243 |
80 |
विशेषांक |
सरलं दळण... |
मस्त कलंदर |
16,825 |
80 |
विशेषांक |
सर्वेक्षणातून काय दिसलं : पॉर्न बघण्याबद्दल लोकांची मतंमतांतरं |
३_१४ विक्षिप्त अदिती |
10,509 |
75 |
विशेष |
सलील वाघच्या कविता |
सलील वाघ |
5,120 |
|
विशेषांक |
साखर उद्योग आणि आफ्रिका |
सई केसकर |
3,231 |
100 |
विशेष |
सातशे (वाचण्यासाठीचे एक नाटक) - अंक दुसरा |
जयदीप चिपलकट्टी |
5,456 |
93.3333 |
विशेष |
सातशे (वाचण्यासाठीचे एक नाटक) - अंक पहिला |
जयदीप चिपलकट्टी |
9,507 |
100 |
विशेष |
साता समुद्रापारची पुस्तकावळ |
ऋग्वेदिता पारख |
11,139 |
80 |
विशेषांक |
सामसूम एक वाट |
धनंजय |
22,506 |
84 |
विशेष |
साहित्यातून नव्या वास्तवाच्या प्रेरणा |
उत्पल |
6,342 |
100 |
विशेषांक |
साहेलच्या सुरस कथा |
चिंतातुर जंतू |
573 |
|
विशेषांक |
सिंधुआज्जी आणि टारझनचे पशू |
देवदत्त |
2,374 |
100 |
विशेषांक |
सिकल सेल ॲनिमिया |
सत्यजित सलगरकर |
782 |
|
विशेषांक |
सिनेमा आणि संगीतातील डिजिटल क्रांती |
योगेश्वर नवरे |
5,755 |
75 |
विशेष |
सिरिअस बिझनेस |
गणेश मतकरी |
7,756 |
80 |
विशेष |
सिलिकाच्या प्रदेशाकडे |
सोफिया |
4,248 |
|
विशेष |
सिस्टर मरिया, स्कार्लेट ओ'हॅरा आणि एलायझा डूलिट्ल |
मनीषा |
13,628 |
76 |
विशेषांक |
सुदान: वसाहतवाद, स्वातंत्र्य, फाळणी |
रोचना |
1,569 |
100 |
विशेष |
सुदेश : माझा, तुझा, त्याचा |
धनंजय |
3,299 |
|
विशेषांक |
सुरकुती |
विवेक घोडमारे |
1,673 |
20 |
विशेष |
सूर्यप्रकाश, अवकाश, वास्तुरचना आणि आपण - चार्ल्स कोरिया |
.सारिका |
7,615 |
100 |
विशेषांक |
स्ट्रिप-क्लबात निळोबा |
Nile |
8,990 |
86.6667 |
विशेष |
स्पीतीची सायकलवारी |
इंद्रजित खांबे |
4,366 |
|
विशेषांक |
स्मरणकळा! |
उत्पल |
17,892 |
90 |
विशेष |
स्वच्छंदी कोशातलं स्वप्नमय जग : टिळकोत्तर काळातल्या महाराष्ट्रीय पुरोगामित्वाबद्दल काही नोंदी |
राहुल सरवटे |
15,193 |
100 |
विशेष |
स्वतःची मुलाखत! |
ज्युनियर ब्रह्मे |
5,738 |
20 |
विशेषांक |
स्वामी समर्थ आहेत |
जुई |
11,411 |
70 |
विशेष |
हक़ीक़त को लाए तख़य्युल से बाहर! |
सलील वाघ |
5,633 |
80 |
विशेष |
हमारी याद आयेगी! |
प्रभाकर नानावटी |
13,320 |
80 |
विशेषांक |
ही पोरंच आम्हाला फरफटवत पुढे नेणार! |
अपर्णा वेलणकर |
8,528 |
73.3333 |
विशेषांक |
होम्स ते हॅनिबल : इंग्रजी डिटेक्टिव्ह कथा - नंदा खरे |
नंदा खरे |
1,233 |
|
विशेषांक |
हौसा कथा |
ऐसीअक्षरे |
492 |
|
विशेष |
॥ मदर्स डे ॥ |
आरती रानडे |
5,456 |
90 |
विशेष |
१८६४ चा शेअर मॅनिया, बँक ऑफ बाँबे आणि प्रेमचंद रायचंद |
अरविंद कोल्हटकर |
14,560 |
90 |
विशेष |
१८९७चा प्लेग : इतिहासाचे धडे |
अवंती |
3,653 |
100 |
विशेष |
ॲस्टेरिक्स-ओबेलिक्स गोतावळ्याच्या अभूतपूर्व जगात |
प्रभाकर नानावटी |
5,069 |
90 |
विशेष |
‘लेट कॅपिटलिझम’मधला सिनेमा - उलरिक जायडल |
चिंतातुर जंतू |
5,291 |
100 |
विशेष |
’विभक्ती’चे प्रत्यय आणि सापेक्ष सुरक्षिततेचे सिद्धान्त |
रुची |
13,457 |
98 |
विशेषांक |
“कामगारांचं हित कामगार चळवळीने पाहिलं नाही.” - राजीव सानेंची मुलाखत |
प्रकाश घाटपांडे |
17,640 |
85 |
विशेषांक |
“दु:खाचा पाऊस जेव्हा घनघोर बरसला होता" |
मिलिंद |
5,124 |
86.6667 |