मौजमजा |
अखंड हिंदुस्तानचा नकाशा बघून शेजारच्या काकांची झाली निराशा. |
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३_१४ विक्षिप्त अदिती |
मौजमजा |
गणपती दर्शनाच्या निमंत्रणामुळे शेजारचे काका संतप्त |
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३_१४ विक्षिप्त अदिती |
कविता |
आठवणींच्या विश्वात |
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शब्दांकित |
ललित |
असाही एक कवितेचा दिवस |
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सामो |
मौजमजा |
देशप्रेमासाठी शेजारच्या काकांनी सहकुटुंब लस घेतली. |
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३_१४ विक्षिप्त अदिती |
ललित |
गणिताच्या निमित्ताने – भाग ४ [गणितविभागाचे प्रमुख: प्राध्यापक मनोहर वर्तक] |
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बालमोहन लिमये |
कविता |
संभाव्याच्या अब्ज छटांतून |
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anant_yaatree |
माहिती |
फ्रॅक्चर्ड फ्रीडम आणि काही नोंदी |
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अरुंधती हैदर |
ललित |
गणिताच्या निमित्ताने – भाग ५ |
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बालमोहन लिमये |
चर्चाविषय |
शेजारच्या काकूंनी अविधवा नवमीची पुरोगामी पार्टी केली. |
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३_१४ विक्षिप्त अदिती |
माहिती |
गणितज्ञांच्या इतिहासातील (काही) सोनेरी पाने..6 |
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प्रभाकर नानावटी |
माहिती |
रवीन्द्रनाथ आणि कृष्णकळी! |
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दिलतितली |
ललित |
काळ्या पिवळ्या नवसाची गोष्ट: टॅक्सी दिवस १७: २९ ऑगस्ट २०२१ |
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नील |
कलादालन |
रुह से उठती हुई एक आवाज... |
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अवंती |
समीक्षा |
'पुणे ५२' - अस्वस्थ वर्तमानावरचं टोकदार भाष्य |
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चिंतातुर जंतू |
ललित |
गणिताच्या निमित्ताने – भाग ७ |
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बालमोहन लिमये |
मौजमजा |
शेजारच्या काकूंनी फेसबुक ग्रूप्स सोडायचं ठरवलं. |
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३_१४ विक्षिप्त अदिती |
ललित |
काळ्या पिवळ्या नवसाची गोष्ट: टॅक्सी दिवस १८: १२ सप्टेंबर २०२१ |
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नील |
कविता |
बहुरूपी |
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anant_yaatree |
ललित |
श्रीमद् भगवद् गीता: यज्ञ आणि कृषी |
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विवेक पटाईत |
मौजमजा |
शेजारच्या काकूंनी पहिल्यांदा व्यक्तिगत प्रश्नांसाठी गूगल वापरलं. |
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३_१४ विक्षिप्त अदिती |
पाककृती |
फोडणीचे मार्शमेलो |
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सई केसकर |
मौजमजा |
शेजारच्या काकूंना पातळ शी झाली. |
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'न'वी बाजू |
मौजमजा |
शेजारच्या काकूंनी 'असा' साजरा केला दसरा! |
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अरुंधती हैदर |
मौजमजा |
शेजारच्या काकूंच्या विनोदावर कुणीही चिडले नाहीत. |
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३_१४ विक्षिप्त अदिती |
माहिती |
गणितज्ञांच्या इतिहासातील (काही) सोनेरी पाने...7 |
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प्रभाकर नानावटी |
समीक्षा |
नासदीय सूक्त : मुळारंभाचे आख्यान |
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माचीवरला बुधा |
विशेष |
अठ्ठी |
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नंदा खरे |
मौजमजा |
कॉलनीतल्या शाळेत शिकवले न जाणारे काही विषय |
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३_१४ विक्षिप्त अदिती |
समीक्षा |
"गर्भपाताचे समर्थन" या विषयावरची कविता |
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............सार... |
ललित |
गणिताच्या निमित्ताने – भाग ८ |
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बालमोहन लिमये |
कविता |
अंतर |
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शान्तादुर्गा |
मौजमजा |
अन्नपूर्णा देवीचं पुस्तक वाचून शेजारच्या काकू निराश |
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३_१४ विक्षिप्त अदिती |
ललित |
काळ्या पिवळ्या नवसाची गोष्ट: टॅक्सी दिवस १९: १९ सप्टेंबर २०२१ |
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नील |
मौजमजा |
भारत माता की जय!!! |
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स्वयंभू |
ललित |
गणिताच्या निमित्ताने - भाग ६ [चार रंग पुरेसे आहेत] |
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बालमोहन लिमये |
ललित |
गणिताच्या निमित्ताने – भाग ९ |
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बालमोहन लिमये |
मौजमजा |
हिजाब घालणारी बिकिनीतील मुलगी... |
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स्वयंभू |
कविता |
"पुण्यातील कोजागिरी" |
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मिलिन्द |
ललित |
म्हणींच्या गोष्टी ... (६) |
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मनीषा |
मौजमजा |
संग्रहातील ओव्या |
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वामा१००-वाचनमात... |
मौजमजा |
शेजारच्या काकू ठरल्या 'संध्यानंद - पर्सन ऑफ द ईअर' |
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राहुल बनसोडे |
कविता |
कुणी गांजा घ्या, कुणी चरस घ्या |
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स्वयंभू |
चर्चाविषय |
बूस्टर डोस हवेत का? - डॉ. विनीता बाळ |
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ऐसीअक्षरे |
विशेषांक |
टॅक्सी ड्रायव्हर |
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सोनिया वीरकर |
विशेषांक |
अव्हेन्यू |
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तुकाराम जमाले |
विशेषांक |
कोव्हिड व आर्थिक धोरणांची बदलणारी दिशा |
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रूपा रेगे नित्सुरे |
समीक्षा |
सरदार उधम: एकमेव संकीर्ण स्वातंत्र्यपूर्व एकाकी लढा |
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स्वयंभू |
विशेषांक |
लेखक महाशय |
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नील |
ललित |
डॉक्टर ननवरे यांचे अजिबो-गरीब टाईम मशीन |
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प्रभुदेसाई |