कविता |
सदाचार |
|
प्रमोदिनी नाईक |
कविता |
अभंग |
|
anant_yaatree |
कविता |
निळाई |
|
शिवोऽहम् |
कविता |
प्रसन्न |
|
anant_yaatree |
कविता |
साद |
|
शान्तादुर्गा |
कविता |
'मनी'चे श्लोक |
|
कलंदर बिलंदर |
कविता |
बेधुन्ध पावसाच्या सुगंधी शब्द्सरी |
|
Planet |
कविता |
प्रयत्नांति.. ? |
|
शान्तादुर्गा |
कविता |
जिकडे तिकडे उगवलेले पॉप कवि |
|
सामो |
कविता |
गेले राहून काही |
|
शान्तादुर्गा |
कविता |
रदीफ़ |
|
anant_yaatree |
कविता |
दरवेश्याने अस्वलाला जगायचा हक्क दिला. |
|
सामो |
कविता |
कविता |
|
सामो |
कविता |
नेटसम्राट |
|
स्वयंभू |
कविता |
एक व्हायरस साला आदमी को.. |
|
anant_yaatree |
कविता |
गोष्ट |
|
anant_yaatree |
कविता |
अनन्तयात्री |
|
anant_yaatree |
कविता |
पूर्तता (गझल) |
|
कुमार जावडेकर |
कविता |
निर्घृण खून.. |
|
मन्या ऽ |
कविता |
दुपारचे तीन |
|
Abhishek_Ramesh_Raut |
कविता |
वणवे (ग़ज़ल) |
|
कुमार जावडेकर |
कविता |
वाट.. |
|
मन्या ऽ |
कविता |
घे भरारी.. |
|
मन्या ऽ |
कविता |
आत्मनिर्भर |
|
कुमार जावडेकर |
कविता |
त्या स्वप्नांना.. |
|
मन्या ऽ |
कविता |
ती अन् पाऊस.. |
|
मन्या ऽ |
कविता |
बापजन्म! |
|
मन्या ऽ |
कविता |
मागे वळुन पाहताना.. |
|
मन्या ऽ |
कविता |
पांच |
|
अस्वल |
कविता |
वय इथले संपत नाही |
|
चंद्रहास |
कविता |
रेंगाळतो आहे.. |
|
मन्या ऽ |
कविता |
आस |
|
मन्या ऽ |
कविता |
कौतुक कुणाचं करावं ? |
|
चंद्रहास |
कविता |
आयुष्याच्या वाटेवर.. |
|
मन्या ऽ |
कविता |
तो क्षण येतो तेव्हा.. |
|
पुंबा |
कविता |
रूटीनाच्या रेट्यातही |
|
anant_yaatree |
कविता |
सुशांत |
|
anant_yaatree |
कविता |
झण्ण |
|
नीधप |
कविता |
किनारा |
|
शान्तादुर्गा |
कविता |
शतकामृत -१ |
|
असीम |
कविता |
अन् मग |
|
anant_yaatree |
कविता |
शतकामृत २ |
|
असीम |
कविता |
शतकामृत-३ |
|
असीम |
कविता |
अपलोड-वेणा |
|
anant_yaatree |
कविता |
निशाण |
|
मनीषा |
कविता |
रात्रप्रवास |
|
Chittaranjan Ko... |
कविता |
आजकाल |
|
anant_yaatree |
कविता |
प्रतिभा |
|
कुमार जावडेकर |
कविता |
उत्तरप्रदेशात झालेल्या निर्घृणपणे अत्याचाराबद्दल |
|
स्वयंभू |
कविता |
"ब्रह्मांडाचे प्रचंड पिठले" |
|
मिलिन्द |